बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ट्रामा सेंटर और आयुर्वेद अस्पताल के पांच सौ से अधिक सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर थे. इसके कारण अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था चरमरा गई. मरीजों और उनके स्वजनों को गंभीर परेशानी झेलनी पड़ गई.

वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर और आयुर्वेद अस्पताल के पांच सौ से अधिक सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर थे। इसके कारण अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था चरमरा गई। मरीजों और उनके स्वजनों को गंभीर परेशानी झेलनी पड़ गई। बिना उपचार अधिकांश मरीज वापस लौट गए। काफी मान-मनौव्वल के बाद उनकी हड़ताल शुक्रवार को खत्म हो गई। रेजिडेंट सुबह काम पर लौट आए। वह कोलकाता में महिला रेजिडेंट से दङ्क्षरदगी व हत्या के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे, लेकिन उन्होंने आंदोलन के दौरान स्थानीय मांगों को शामिल कर दिया था। अधिकांश मांग पर असहमति की स्थिति बनी रही।

हालांकि हड़ताल खत्म करने की घोषणा के बाद भी कई ओपीडी और वार्डों में रेजिडेंट नहीं पहुंचे थे। इसके कारण संबंधित विभागों में परेशानी बनी रही। रेजिडेंट डाक्टर्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष गौरव राय ने बताया कि उनकी मांगों पर मौखिक सहमति बन चुकी है। उनकी प्रमुख मांग है कि अगर किसी भी रेजिडेंट के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए अस्पताल प्रबंधन अथवा प्राक्टोरियल बोर्ड थाने में मुकदमा दर्ज कराए। इसके लिए रेजिडेंट को तहरीर देने की आवश्यकता नहीं पड़े। मरीजों की परेशानी को देखते हुए काम पर लौटने का निर्णय लिया गया है।

Posted By: Inextlive