Varanasi news: बनारस के बीएचयू में रेजिडेंटों की हड़ताल खत्म, 12वें दिन लौटेंगे काम पर
वाराणसी (ब्यूरो)। कोलकाता में महिला रेजिडेंट डाक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले के विरोध में बीएचयू अस्पताल में चल रही हड़ताल 11वें दिन समाप्त हो गई। एक हजार से अधिक सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंटों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को शाम आइएमएस निदेशक प्रो। एसएन संखवार से मिला। हड़ताली रेजिडेंटों को बताया गया कि उनकी अधिकांश मांगों पर काम शुरू हो चुका है। कई विभागों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है। प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं। एक-दो दिन में मांगे पूरी की जाएंगी।
लगाया जाएगा अलार्म सिस्टमवार्डों में सेंट्रल अलार्म सिस्टम लगाया जाएगा। लिफ्टों में फेस स्कैनर की सुविधा पंजीकरण के बाद शुरू होगी। रात में महिला डाक्टरों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था होगी। सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। रेजिडेंटों ने कहा कि वह शनिवार को सुबह आठ बजे से काम पर लौटेंगे। हालांकि शुक्रवार को भी बीएचयू अस्पताल की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी और वार्डों में सीनियर कंसल्टेंट डाक्टर ही मरीजों को देखते नजर आए।
उमड़ी रही मरीजों की भीड़मेडिसिन, सर्जरी, चर्म रोग और नेत्र रोग समेत कई विभागों में मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। यहां कंसल्टेंट डाक्टर ही मरीज देखते रहे, चूंकि उनकी संख्या कम है इसलिए अधिकांश रोगी लौटा दिए गए। रेजिडेंटों की हड़ताल के कारण मरीजों को काफी समस्या झेलनी पड़ी। ओपीडी से लेकर वार्ड और जांच केंद्र तक जगह-जगह मरीज स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर पड़े थे। वह व्यवस्था को कोसते नजर आए। तीमारदार चाह कर भी डाक्टर को नहीं दिखा पा रहे थे। 20 से अधिक ओपीडी में सैकड़ों मरीज परेशान दिखाई पड़े। पूरे दिन 2476 मरीज पंजीकृत हुए जबकि 62 को भर्ती किया गया। 38 लोग डिस्चार्ज किए गए। 45 मरीजों की सर्जरी की गई। 5179 सेंपल की रक्त जांच हुई।
-------------- जन्माष्टमी पर चलेगी ओपीडी रविवार को अवकाश के कारण ओपीडी बंद रहेगी, लेकिन सोमवार को जन्माष्टमी के दिन व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी। अवकाश के दिन रेजिडेंटों को वार्डों और इमरजेंसी पर जिम्मेदारी संभालनी होगी।