Varanasi news: न्यू पैटर्न पर रिपोर्ट कार्ड, नंबर नहीं स्किल्स पर होगा फोकस
वाराणसी (ब्यूरो)। सभी कक्षाओं के रिपोर्ट कार्ड का पैटर्न बदला जा रहा है। अब सिर्फ नंबर और ग्रेड के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार नहीं किए जाएंगे। चाहे कक्षा 9 हो या 12, रिपोर्ट कार्ड अब नए पैटर्न से तैयार किए जाएंगे। नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) द्वारा नया होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के लिए जारी किया गया है। बदलाव के तहत, अब रिपोर्ट कार्ड में स्टूडेंट, टीचर्स, पेरेंट्स और साथ पढ़ाई करने वाले बच्चों के फीडबैक भी रिपोर्ट कार्ड में शामिल किया जाएंगे।
नंबर पर नहीं, स्किल्स पर फोकसहोलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड का फोकस अब नंबरों वाले रिजल्ट से ज्यादा सीखने पर होगा। इस कॉन्सेप्ट के तहत स्टूडेंट्स अब रिपोर्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा भी बन सकेंगे। होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड का फोकस इस बात पर रहेगा कि पूरे साल में बच्चों ने आखिर क्या और कितना सीखा। भारत सरकार द्वारा होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड एक ऐसा अप्रोच है, जिससे सिर्फ नंबरों के आधार पर ही नहीं बल्कि बच्चों की स्किल्स और क्षमता भी देखी जाएगी। सभी स्किल्स की जांच एक्टिविटी बेस्ड टेस्ट के द्वारा की जाएगी। हर स्टूडेंट को एक्टिविटी के बाद माक्र्स दिए जाएंगे।
कैसे तैयार होगा प्रोग्रेस कार्डहोलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड इस तरह से तैयार किया जाएगा, जिसमें बच्चे खुद को इवेलुएट कर सकें। टाइम मैनेजमेंट, प्लांस आफ्टर स्कूल (जिसमें बच्चे यह बताएंगे कि स्कूल खत्म होने के बाद, वह अगला स्टेप क्या लेने वाले हैं) जैसे पैरामीटर्स पर होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड तैयार किया जाएगा। साथ ही बच्चों को उनके पेरेंट्स, टीचर्स और साथ पढऩे वाले बच्चों के साथ भी डिस्कशन करना होगा। साथ ही एक सेक्शन भी कंप्लीट करना होगा, जिस पर बच्चे अपनी ताकत और एबिलिटी के बारे में भी बताएंगे, जो उन्हें पोस्ट स्कूल प्लांस में मदद करेगी। साथ ही स्टूडेंट्स को चुनौतियों और सुधार पर भी गौर फरमाना होगा।
रिपोर्ट कार्ड में दर्ज होगा फीडबैक साथ ही ग्रुप प्रोजेक्ट कार्यों में टीचर एसेसमेंट, स्टूडेंट का खुद का फीडबैक और साथ पढ़ रहे बच्चों का फीडबैक भी दर्ज किया जाएगा। होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड का मेन फोकस रहेगा कि बच्चों को नॉलेज के साथ-साथ जरूरी स्किल्स भी सिखाई जाएं। यह सब प्रोजेक्ट्स, खुद की रिसर्च और क्लास की इनोवेटिव एक्टिविटीज के द्वारा किया जा सकता है। कब से होगा लागूनए रिपोर्ट कार्ड का उपयोग मौजूदा 2024-25 शैक्षणिक सत्र में नहीं किया जाएगा। इसके बजाय इस सेशन में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। राज्यों के पास एनसीईआरटी के इस समग्र विकास रिपोर्ट कार्ड को लागू करने या इसमें कुछ बदलाव करने की छूट होगी। वहीं इसे अगले साल से जारी किया जाएगा।
एनसीईआरटी का होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड जारी करने का फैसला अच्छा है। इससे बच्चों के सिर्फ नंबर पर नहीं बल्कि स्किल्स पर भी फोकस किया जाएगा। गुरमीत कौर, कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड का मेन फोकस रहेगा कि बच्चों को नॉलेज के साथ-साथ जरूरी स्किल्स भी सिखाई जाएं। इससे बच्चे बस नंबर तक ही सीमित नहीं रहेंगे। नीलम सिंह, प्रिसिंपल, संत अतुलानंद स्कूल होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड इस तरह से तैयार किया जाएगा, जिसमें बच्चे खुद को इवेलुएट कर सकें। ये स्टूडेंट के लिए बहुत अच्छा है। सुधा सिंह, प्रिंसिपल, सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल