Varanasi Crime News: आंध्रा आश्रम में सगे भाइयों ने किया सुसाइड, श्री काशी विश्वनाथ धाम समेत कई मंदिरों में टेका था मत्था
वाराणसी (ब्यूरो)। Varanasi Crime News: भेलूपुर एरिया स्थित आंध्रा आश्रम में मंगलवार को फिर दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। आश्रम के सेकेंड फ्लोर के रूम नंबर तीन में सगे भाइयों ने फंदा लगाकर जान दे दी। दोनों भाई आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी के रहने वाले थे। इनकी पहचान पी। लक्ष्मी नारायण (32) और पी। लोक विनोद (34) के रूप में हुई है। दोनों भाई 28 अगस्त को वाराणसी आए थे। करीब दस माह पहले छह दिसंबर को इसी आश्रम में एक परिवार के चार लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मरने वालों में पति, पत्नी और दो बेटे शामिल थे। ये परिवार भी आंध्र प्रदेश का रहने वाला था।
दो दिन से बंद था कमरा
आंध्रा आश्रम के कमरे में दो सगे भाइयों के सड़े-गले शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों भाइयों ने 28 अगस्त को वाराणसी आए थे। काशी विश्वनाथ के अलावा अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद राम तारक आंध्रा आश्रम में 10 दिन यानी 9 सितंबर तक के लिए एक कमरा बुक किया। उन्हें सेकेंड फ्लोर पर रूम दिया गया। 7 सितंबर को दोनों बाहर से लौट कर आश्रम आए और कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद दोनों कमरे से बाहर नहीं निकले। दो दिन से कमरा बंद था।
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
मंगलवार सुबह कमरे से तेज बदबू आने लगी। आश्रम के मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो कमरे में दो फंदों पर अलग-अलग शव लटक रहे थे। एक भाई का हाथ आगे की तरफ बंधा था, दूसरे का हाथ पीछे की तरफ। पुलिस मान रही है कि सुसाइड इस तरह किया गया कि कोई भाई बचने की कोशिश न कर सके। कमरे में सुसाइड नोट नहीं मिला है।
एक भाई की मौत 2-3 दिन पहले हुई
घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखा और क्राइम सीन से अंदाजा लगाया गया कि एक भाई की मौत 2-3 दिन पहले हुई। उसकी लाश दूसरे भाई की तुलना में ज्यादा सड़ चुकी थी। छोटा भाई 8 सितंबर को कमरे से बाहर निकलकर कूड़ेदान भीतर ले जाते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। इसके बाद उनका दरवाजा नहीं खुला था। पुलिस ने आश्रम से दोनों भाइयों की डिटेल लेकर उनके घरवालों से बातचीत की। साथ ही आश्रम में युवकों के आने के बाद की गतिविधियों के बारे में पूछा और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। हालांकि अभी युवकों की मौत का सही कारण नहीं पता चल पाया है।
कमरे में अस्त-व्यस्त था सामान
जिस कमरे में लाश मिली है, उसमें दो बैग भी मिले हैं। कमरे में सामान बिखरा हुआ था। कमरे से एक मंदिर का प्रसाद, रुद्राक्ष की एक माला, खांसी का सिरप, रोजमर्रा के समान और कपड़े मिले हैं। सारा समान अस्त-व्यस्त था। पुलिस का मानना है, दोनों ने कर्ज या पारिवारिक कारण की वजह से सुसाइड किया है। कमरे में मिली दवाओं और अन्य सामान सील कर दिया गया। स्थानीय पुलिस के अलावा फॉरेंसिक टीम भी पड़ताल कर रही है।
एक ही परिवार के चार ने किया था सुसाइड
आंध्रा आश्रम में 10 महीने पहले 6 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के दंपति ने 2 बेटों के साथ सुसाइड किया था। सभी आंध्र प्रदेश से काशी विश्वनाथ का दर्शन करने आए थे। यह परिवार आश्रम की तीसरी मंजिल पर रुका था। कमरे में चारों के शव नायलॉन की रस्सी के सहारे लटकते मिले थे। मरने वालों की पहचान पति लावणिया (45), पत्नी कोंडा (50), बेटा जय राज (23) और राजेश (25) के रूप में हुई थी। चारों लोग 3 दिसंबर को आए थे और 6 दिसंबर को इनका चेक आउट था। इसमें मौत का कारण कर्ज बताया गया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें लिखा था कि वो लोग कर्ज से जूझ रहे थे।
शव करीब दो दिन पुराने होने से उसमें बदबू आने लगी थी। दोनों के घरवालों से बातचीत हुई है। आत्महत्या की वजह पता करने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल शवों को मोर्चरी में रखवाया गया है। घरवालों के आने पर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।