दिल्ली में दिसंबर 2012 में बलिया की निर्भया के साथ डीटीसी बस में दरिंदगी के बाद मौत के चलते पूरा देश गुस्से में था. कोई जिला शहर या कस्बा नहीं था जहां विरोध-प्रदर्शन नहीं हुआ था. करीब 11 साल बाद कोलकाता में 9 अगस्त को रेजिडेंट डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद से ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं.

वाराणसी (ब्यूरो)। दिल्ली में दिसंबर 2012 में बलिया की निर्भया के साथ डीटीसी बस में दरिंदगी के बाद मौत के चलते पूरा देश गुस्से में था। कोई जिला, शहर या कस्बा नहीं था, जहां विरोध-प्रदर्शन नहीं हुआ था। करीब 11 साल बाद कोलकाता में 9 अगस्त को रेजिडेंट डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद से ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया कि 18 साल से छोटी बच्चियों के साथ सबसे अधिक रेप की घटना हुई है। इससे बनारस भी अछूता नहीं है। दो महीने के दौरान वाराणसी में दुष्कर्म की करीब आठ वारदात हुई है। इसमें तीन मामलों में रिश्तेदार ही रेपिस्ट थे।

केस-1

चोलापुर में नाना ने ही किया रेप

रिश्ते को तार-तार करते हुए चचेरे नाना ने अपनी छह वर्षीय नातिन से 26 अगस्त दिन में दुष्कर्म कर डाला। मासूम अपनी मां के साथ ननिहाल में घूमने आई थी। मासूम को घर छोड़ मां दवा लेने बाजार गई थी। मासूम को घर में अकेला पाकर नाना के सगे भाई 23 वर्षीय लखेंद्र ने उसके साथ ज्यादती की। मां शाम में लौटी तो बिटिया की बात सुन आगबबूला हो उठी और अपने चाचा (नाना के भाई) से बात की तो वह भड़क उठा। शोरगुल मचा तो रिश्ते का वास्ता देकर मामले को दबाने की कोशिश होने लगी। सुबह होते ही मां ने डायल 112 को बुला ली। बात थाने पहुंची तो एडीसीपी सरवणन टी जा धमके, जिसके बाद मामले ने कानूनी कार्रवाई का रूप ले लिया। बेटी को लेकर मां थाने पहुंची और आरोपी चचेरे नाना के विरुद्ध तहरीर दी। चोलापुर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार लिया।

केस-2

पड़ोसी ने नाबालिग से दरिदंगी की

कपसेठी थाना क्षेत्र के एक गांव में 23 अगस्त को नाबालिग के साथ घर में घुसकर दुष्कर्म किया गया। पिता ने आरोप लगाया कि वह सुसराल गए थे। इसी बीच मौका पाकर गांव के पड़ोसी साजन ने उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

केस-3

डेढ़ साल की मासूम से दुष्कर्म

वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र में 18 अगस्त को आंगनबाड़ी केंद्र पर एक महिला अपनी डेढ़ साल मासूम बच्ची को लेकर गई थी। इस दौरान पास के ही धार्मिक स्थल पर आरोपी दिलीप कुमार दुबे (44) मौजूद था। मौका पाकर वह मासूम बच्ची को चुपके से उठा कर धार्मिक स्थल पर ले गया, जहां उसने दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्ची की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों को आता देख आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया। मासूम की मां की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।

केस-4

चचेरे भाई ने रेप के बाद मार डाला

कैंट एरिया के काशीराज अपार्टमेंट की छत पर पानी की टंकी में 13 साल की बच्ची का शव मिलने से हड़कंप मच गया था। वह तीन दिन से लापता थी। बच्ची के हाथ बंधे थे, सिर और चेहरे पर चोट के निशान थे। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वह चचेरे भाई के साथ जाते हुई देखी गई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने राज उगल दिया। इस मामले में पुलिस ने चचेरे भाई आशीष उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर लिया था।

बलिया में सबसे ज्यादा रेप की वारदात

-वाराणसी में पिछले दो महीने में रेप की चार वारदात हुई है।

-रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 2 महीने में देश में 149 रेप केस दर्ज हुए हैं।

-इनमें सबसे अधिक 93 केस 13 से 18 साल की बच्चियों के साथ हुए हैं।

-यौन हिंसा की शिकार हुई सबसे छोटी बच्ची की उम्र सिर्फ 18 महीने है।

-रेप केस के ज्यादातर मामलों में आरोपी कोई पहचान वाला या फिर रिश्तेदार था।

-रिपोर्ट के अनुसार देशभर में सबसे अधिक रेप के मामले महाराष्ट्र के ठाणे, पूर्वांचल का बलिया और राजधानी दिल्ली से आए।

मासूमों से दुष्कर्म पर उम्रकैद की सजा

बीएनएस की धारा 65 में ही प्रावधान है कि अगर कोई व्यक्ति 12 साल से कम उम्र की बच्ची के साथ दुष्कर्म का दोषी पाया जाता है तो उसे 20 साल की जेल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। इसमें भी उम्रकैद की सजा तब तक रहेगी, जब तक दोषी जिंदा रहेगा। ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने पर मौत की सजा का प्रावधान भी है।

महिला अपराध के खिलाफ जन आक्रोश रैली

दुष्कर्म, हत्या समेत महिलाओं पर उत्पीडऩ के विरोध में रविवार को मानवाधिकार संरक्षण मिशन की ओर से जनआक्रोश रैली निकाली गई। कंपनी गार्डेन मैदागिन से निकली रैली में महिलाओं और युवतियों ने हाथ में बैनर पोस्टर लेकर आक्रोश जताया। आजाद पार्क लहुराबीर चौराहे पर रैली समाप्त हुई। मानवाधिकार के संरक्षक मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोशन कुमार बरनवाल, बरनवाल महिला समिति, भारतीय ग्रामीण युवा मंडल, गौरक्षा सेवा समिति, युवा फाउंडेशन, काशी की पहचान, पूर्वांचल व्यापार मंडल अन्य संस्थाओं की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमेें श्वेता चौबे, सुरया बनो, सोनल विश्वकर्मा, ज्योति केसरी आदि शामिल रहीं।

Posted By: Inextlive