रामापुरा के रहने वाले अमित पांडे अपने क्षेत्र में निकलते हैं तो डर-डरकर चलते हैं. क्योंकि उनके एरिया की सड़कें इतना अधिक डैमेज हैं कि थोड़ी सी चूक होने पर गिरना तय है. गिरिजाघर से लेकर भेलूपुर थाने तक एक-दो नहीं बल्कि 80 गड्ढे हैं. यही हाल सोनिया से औरंगाबाद की सड़क का है.

वाराणसी (ब्यूरो)। रामापुरा के रहने वाले अमित पांडे अपने क्षेत्र में निकलते हैं तो डर-डरकर चलते हैं। क्योंकि उनके एरिया की सड़कें इतना अधिक डैमेज हैं कि थोड़ी सी चूक होने पर गिरना तय है। गिरिजाघर से लेकर भेलूपुर थाने तक एक-दो नहीं बल्कि 80 गड्ढे हैं। यही हाल सोनिया से औरंगाबाद की सड़क का है। यही नहीं वरुणापार जोन के चांदमारी एरिया की सड़क इतनी अधिक खराब है कि संभलकर न चले तो गिरना तय है। दरअसल, बारिश का पानी इतना अधिक भरा है कि आम पब्लिक भी परेशान है। घुटने भर पानी में हिल कर आना और जाना पड़ता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के तीन जोन की खराब सड़कों का रियलिटी चेक किया तो यह सच सामने आया। नगर निगम की 386 सड़कों में से 200 से अधिक सड़कें खराब हैं। इन सड़कों पर वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी दूभर है। बारिश ने नगर निगम के सड़कों की पोल खोल दी है।

सीन-1: चांदमारी में सड़क खराब । फोटो है

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर ने चांदमारी में सड़कों की रियलिटी चेक किया तो वहां की सड़क की हालत काफी खराब दिखी। बारिश तो एक दिन पहले हुई थी, लेकिन पानी अभी तक नहीं निकला है। घुटने भर पानी के बीच पब्लिक आवागमन कर रही है। टोटो हो या फिर दोपहिया वाहन चालक उतरकर पैदल जाते हुए दिखे। सड़क के उबड़-खाबड़ होने से लोग भी संभलकर निकलते हैं।

सीन-2: हिचकोले वाली सड़कें फोटो है

शहर के सोनिया-सिगरा सड़क बने हुए अभी चार महीने नहीं हुआ कि 80 से अधिक गड्ढे देखने को मिल जाएंगे। सिगरा से सोनिया की ओर बढ़ेंगे तो पहले गांधीनगर की ओर सड़क जाती है। इस कॉलोनी की भी सड़क में 30 से अधिक गडढ़े देखने को मिले। इसके बाद सोनिया से औरंगाबाद की ओर आगे जाने पर हर दो मीटर के बीच गड्ढे देखने को मिले। कई जगह तो बारिश का पानी अभी भी गड्ढों में भरा हुआ है। हालात यह है कि साइकिल सवार हो या फिर दोपहिया वाहन चालक, कई बार गिरकर चोटहिल हो चुके हंै।

पांच जोन में 3 किमी सड़क खराब

नगर निगम में 8 जोन हैं, लेकिन पांच जोन में सबसे अधिक सड़कें खराब हैं। इन पांचों जोन में बारिश के बाद 3 किलोमीटर तक की सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा। इन सड़कों पर एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्ढों से पब्लिक परेशान है। पब्लिक का कहना है कि नगर निगम न जाने किस तरह से सड़कों की मरम्मत करता है कि चार महीने भी ठीक से नहीं चल पाती।

फैक्ट एंड फीगर

386 सड़कों की देखभाल है नगर निगम के हवाले

200 सड़कों की हालत है बहुत खराब

700 किलोमीटर सड़क है शहर में

66 किलोमीटर सड़क की मरम्मत नवरात्र से

40 लाख की आबादी नगर निगम की

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3 किलोमीटर तक की सड़क खराब भेलूपुर जोन में

3 किलोमीटर तक की सड़क डैमेज वरुणापार जोन में

इन इलाकों की सड़कें खराब

रमाकांत नगर कॉलोनी, बादशाह बाग कॉलोनी, पितरकुंडा, लल्लापुरा, औरंगाबाद, जद्दूमंडी, पान दरीबा, नई सड़क, बेनियाबाग, कबीरचौरा, महमूरगंज, सिगरा, सिद्धगिरीबाग, सोनिया, भोगाबीर, साकेतनगर, कबीर नगर, दुर्गाकुंड, भगवानपुर आदि इलाकों की सड़कें खराब हैं।

जो सड़कें खराब हैं, उसे जल्द से जल्द मरम्मत कराने का कार्य शुरू किया जाएगा। भेलूपुर, वरुणापार जोन में जहां सबसे अधिक खराब सड़क है, वहां पर नवरात्र के पहले की काम शुरू होगा।

मोइनुद्दीन, चीफ इंजीनियर

चांदमारी की सड़क आज से नहीं बल्कि दो साल से खराब है। कई अधिकारियों पर जुर्माना लग चुका है। इसके बाद भी सड़क की स्थिति नहीं सुधरी।

मृत्युंजय सोनकर, चांदमारी

सड़क की हालत काफी खराब है। कई बार धरना-प्रदर्शन किया गया। चक्काजाम किया गया है लेकिन आज तक सड़क की मरम्मत नहीं की गई।

प्रकाश गुप्ता, चांदमारी

बारिश के पहले सिगरा-सोनिया मार्ग की मरम्मत की गयी थी। बारिश के बाद सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। यह गड्ढे कब भरे जाएंगे कोई बताने वाला नहीं है।

अजीत सिंह बग्गा, गांधीनगर

गिरिजाघर से लेकर भेलूपुर तक की सड़क में एक-दो नहीं सैकड़ों गड्ढे हो चुके है। प्रतिदिन आम पब्लिक इन गड्ढों की चपेट में आकर गिर रहे हैं।

अमित पांडेय, गिरिजाघर

Posted By: Inextlive