प्रभु श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का उल्लास बुधवार को भी काशी में छाया रहा. ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में 150 वर्ष की परंपरानुसार नंदोत्सव मनाया गया. श्रीठाकुर राधमाधव लाल की युगल छवि का भव्य शृंगार कर दिव्य झांकी सजाई गई. प्रभु को मिष्ठान-पकवान के 56 भोग अर्पित किए गए.

वाराणसी (ब्यूरो)। प्रभु श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का उल्लास बुधवार को भी काशी में छाया रहा। ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में 150 वर्ष की परंपरानुसार नंदोत्सव मनाया गया। श्रीठाकुर राधमाधव लाल की युगल छवि का भव्य शृंगार कर दिव्य झांकी सजाई गई। प्रभु को मिष्ठान-पकवान के 56 भोग अर्पित किए गए।

मंगलवार रात प्रभु का प्राकट््य उत्सव मनाया गया और दोपहर में कोठी शहनाई की मंगल ध्वनि से गूंज उठी। ठीक 12 बजे ठाकुर जी का पट बंद कर शृंगार किया गया। लगभग दो घंटे बाद मंदिर के पट खुले और रजत ङ्क्षसहासन पर श्रीराधामाधव की युगल जोड़ी को विराजमान कराया गया। गुलाब की मालाओं से झांकी सजा कर राजर्षि आरती उतारी गई। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन किया और भोग प्रसाद प्राप्त किया। संयोजन शचि कुमार साह, स्वागत कौस्तुभ साह ने किया। मोहन अग्रवाल, चंद्र प्रकाश चंदू, दीपक अग्रवाल आदि गणमान्यजन थे। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पौत्र नासिर अब्बास बिस्मिल्लाह व साथियों ने शहनाई वादन किया।

विश्वनाथ धाम में लड्डू गोपाल की निकुंभ विनायक के साथ युगल आराधना

वाराणसी: श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में छह दिनी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के तीसरे दिन विशेष आराधना के क्रम में बुधवार को बाबा की शयन आरती से पहले लड्डू गोपाल की विष्णु सहस्रनाम से आराधना की गई। दिवस मान अनुसार लड्डू गोपाल का हरित शृंगार किया गया। परिसर में बड़े नंदी जी के बगल में विराजमान निकुंभ विनायक के साथ झांकी सजाई गई। रात्रि शृंगार आरती से शयन आरती तक गणपति और लड्डू गोपाल का युगल दर्शन मिला।

Posted By: Inextlive