Mahakumbh 2025: उत्तर रेलवे ने प्रयागराज में वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ को लेकर अभी से व्यापक तैयारी शुरू कर दी है. महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालु काशी और अयोध्या भी जाना चाहेंगे. इसे देखते हुए प्रयागराज से काशी और अयोध्या के लिए 50 से 60 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. इन ट्रेनों में श्रद्धालु बिना रिजर्वेशन की यात्रा कर सकेंगे

वाराणसी (ब्यूरो) Mahakumbh 2025:उत्तर रेलवे ने प्रयागराज में वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ को लेकर अभी से व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालु काशी और अयोध्या भी जाना चाहेंगे। इसे देखते हुए प्रयागराज से काशी और अयोध्या के लिए 50 से 60 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में श्रद्धालु बिना रिजर्वेशन की यात्रा कर सकेंगे। ट्रेनों की गति और सुगम परिचालन के लिए कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए जुलाई से 100 दिन ब्लॉक किया जाएगा। अक्टूबर में काम खत्म कर लिया जाएगा। स्पेशल ट्रेनों के सफल संचालन के लिए रनिंग कर्मचारियों की सूची बनाई जा रही है। स्पेशल ट्रेनों के जरिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज, काशी के साथ ही अयोध्या भी पहुंचाया जाएगा।

श्रद्धालु काशी व अयोध्या भी जाना चाहेंगे

महाकुंभ 2025 से काशी और अयोध्या को जोडऩे की कवायद चल रही है। रेलवे अफसरों का मानना है कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु काशी और अयोध्या भी जाना चाहेंगे। उस हिसाब से उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की ओर से तैयारियां चल रही हैं। महाकुंभ में दुनिया भर के श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं। महाकुंभ में पहुंचने वाले अधिकतर श्रद्धालु काशी में भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन और गंगा आरती में शामिल होते हैं। साथ ही अयोध्या में श्रीराम का दर्शन भी करना चाहेंगे। सड़क, रेल मार्ग के जरिये इन श्रद्धालुओं की आवाजाही अधिक होती है। इस लिहाज से ट्रेनों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो।

ईएमयू, पैसेंजर ट्रेनों की संख्या ज्यादा

उत्तर रेल अधिकारियों के अनुसार प्रयागराज काशी आने वाले श्रद्धालु इस बार बड़ी संख्या में अयोध्या श्रीराम मंदिर भी जाएंगे। इसलिए प्रयागराज, काशी और अयोध्या के बीच ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाए जाने की तैयारी है। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज की तरफ से 50 से 60 स्पेशल ट्रेनें रोजाना चलाई जाएंगी। इसमें ईएमयू, पैसेंजर ट्रेनों की संख्या ज्यादा होगी। इस बार काशी, अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का दबाव अधिक होगा। तैयारियां अभी से चल रही हैं।

महाकाल में बढ़ेंगे 4 जनरल कोच

महाकाल एक्सप्रेस में पहली बार जनरल कोच बढ़ाए जा रहे हैं। काशी से लखनऊ और प्रयागराज रूट से आवाजाही करने वाली महाकाल एक्सप्रेस में चार-चार जनरल कोच बढ़ गए हैं। महाकाल की नगरी उज्जैन जाने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस में अब बिना आरक्षण के भी सफर किया जा सकेगा। इसके लिए रेलवे पहली बार इस ट्रेन में जनरल श्रेणी के चार कोच लगाएगा। यह ट्रेन (20143) हर मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से लखनऊ होकर इंदौर तक जाती है, जबकि रविवार को यह ट्रेन (20415) प्रयागराज के रास्ते उज्जैन होते हुए इंदौर के लिए प्रस्थान करती है।

साप्ताहिक हो सकती है स्पेशल ट्रेन

22 जून से शुरू हुई वाराणसी-चंड़ीगढ़ स्पेशल ट्रेन को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। डीआरएम ने बताया कि चलने से पहले ही यह ट्रेन वेटिंग हो गई थी। परिचालन अधिकारियों से कहा गया है कि इस ट्रेन की निगरानी करें। संभावना है कि आने वाले दिनों में इस ट्रेन को साप्ताहिक कर दिया जाएगा।

चार ट्रैक का सिग्नेचर ब्रिज

डीआरएम ने बताया कि गंगा पर नए सिग्नेचर ब्रिज पर रेलवे के चार ट्रैक होंगे। ऊपर सिक्स लेन की सड़क होगी। यह लंबा प्रोजेक्ट है। इसकी डिजाइन पर काम हो रहा है। रेलवे की ओर से सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं। इस पुल के जरिये पं। दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन की आवाजाही ट्रेनों के जरिये बहुत आसान हो जाएगी। मालगाडिय़ों की भी आवाजाही बढ़ जाएगी।

महाकुंभ 2025 से पहले वाराणसी के कैंट स्टेशन पर 100 दिन का ब्लॉक होगा। ट्रेनों की गति और सुगम परिचालन के लिए कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालु काशी व अयोध्या भी जाना चाहेंगे, इसलिए 50 से अधिक स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।

-एसएम शर्मा, डीआरएम, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल

Posted By: Inextlive