बरेका कारखाने से निकलते समय मंडुवाडीह क्षेत्र के एफसीआइ के पास पावर इंजन डब्ल्यूएपी-7 सोमवार देर रात 12:30 बजे डिरेल हो गया. मंगलवार सुबह लगभग नौ बजे दुर्घटना राहत ट्रेन पहुंचने पर इंजन को पुन: पटरियों पर चढ़ाया गया. जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि प्वाइंट का पैड लाक न होने से पावर इंजन टू रूट हो गया.

वाराणसी (ब्यूरो)। बरेका कारखाने से निकलते समय मंडुवाडीह क्षेत्र के एफसीआइ के पास पावर इंजन (डब्ल्यूएपी-7) सोमवार देर रात 12:30 बजे डिरेल हो गया। मंगलवार सुबह लगभग नौ बजे दुर्घटना राहत ट्रेन पहुंचने पर इंजन को पुन: पटरियों पर चढ़ाया गया। जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि प्वाइंट का पैड लाक न होने से पावर इंजन टू रूट हो गया। इससे पहिए पटरी से उतर गए। टेङ्क्षस्टग के दौरान रेल इंजन पटरी से उतरा था। इसे दुर्घटना राहत गाड़ी (पर्यवेक्षक यान) द्वारा एक घंटे में पटरी पर ला दिया गया। इस दौरान सीडीओ एनईआर विनीत रंजन, डिप्टी सीईईई एमके ङ्क्षसह व आरपीएफ इंस्पेक्टर पी लाकड़ा मौजूद रहे।

क्राङ्क्षसग पर रुकी मालगाड़ी, लगा जाम

एफसीआइ मंडुवाडीह से अनाज लादकर निकल रही मालगाड़ी मंगलवार की शाम को बनारस स्टेशन के सामने मानव रहित रेलवे क्राङ्क्षसग पर देर तक रुक गई। इसके चलते जाम लग गया। ककरमत्ता ओवरब्रिज से बीएलडब्लू मार्ग व एफसीआई त्रिमुहानी से मंडुवाडीह मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई। मालगाड़ी के गुजरने के एक घंटे बाद जाम खत्म हो पाया।

Posted By: Inextlive