Varanasi News: बढ़ी PET की देखभाल के लिए केयर टेकर की डिमांड, ऑफिस गोइंग पर्सन हायर कर रहे हेल्पर
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर में पेट्स की देखभाल में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अब 'पेट टेक केयरÓ का चलन एलीट क्लास के साथ-साथ मीडियम क्लास में भी बढ़ रहा है। इसमें पेट टेक केयर एक्सपर्ट घरों में जाकर पेट्स की पौष्टिक देखभाल, उनकी गतिविधियों की पूरी निगरानी कर रहे हैं। शहर के पेट शॉप ऑनर्स का कहना है कि पेट ओनर्स पेट्स को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं। इस करण उन्हें अप टू डेट रखना और उनकी देखभाल करना पहला कर्तव्य मानते हैं।
नया व्यापारिक अवसरवाराणसी में केयर टेकर का नया ट्रेंड बनता जा रहा है, जिससे लोगों को कई तरह के फायदे हो रहे हैं। यह ट्रेंड न केवल पालतू जानवरों के स्वास्थ्य और वेल बीइंग को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि इससे लोगों को एक नया व्यापारिक अवसर भी मिल रहा है। आपको हैरानी होगी कि स्टूडेंट भी अपनी साइड इनकम के लिए पार्ट टाइम जॉब में पेट केयर कर रहे हैं, जिससे उनका खर्चा भी निकल रहा है।
पेट को लेकर जाते पेट ग्रूमर्स के पासपेट शॉप ऑनर करन शर्मा ने बताया, शहर में रहने वाले लोग अब अपने पालतू जानवरों के स्वास्थ्य को लेकर अधिक सजग हो रहे हैं। लोग अपने पालतू जानवरों को वेटरिनरियन्स, पेट ग्रूमर्स और अन्य एक्सपर्ट के पास ले जा रहे हैं। इससे उन्हें अपने पालतू जानवरों के स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अच्छी जानकारी मिलती जाती है और समस्याओं का समय रहते पता लग जाता है। इस कारण भी शहर में पेट केयर टेकर को हायर करने का कल्चर बढ़ रहा है। पेट केयर टेकर बनने के लिए कई युवा विभिन्न सेंटर्स पर जाकर ट्रेनिंग ले रहे हैं।
पेट केयर टेकर पर छोड़ कर जाते हैं जिम्मदारी पेट ओनर अपने पेट को बिलकुल अकेला नहीं छोडऩा चाहते हैं। इसलिए ऑफिस जाते वक्त या अपनी फैमिली के साथ बाहर ट्रीप में जाने पर वह अपने पेट की जिम्मेदारी पेट केयर टेकर पर छोड़ कर जाते हैं। पालतू जानवरों की देखभाल करने वाला केयर टेकर न केवल पालतू जानवरों की देखभाल करता है, बल्कि उनके साथ खेलता भी है, उन्हें सैर के लिए बाहर ले जाता है, उन्हें समय पर खाना देता है, और समय-समय पर पेट को फिजिकल टेस्ट के एक्सपर्ट के पास भी लेकर जाता है। ये लेते है चार्ज -एक दिन का चार्ज- 500 से 1000 रुपए -एक घंटे के लिए -300 रुपए -एक हफ्ते का चार्ज-2,000 रुपए -एक महीने का चार्ज-10,000 से 15,000 रुपएस्टूडेंट पेट की करते हैं देखभाल
स्टूडेंट पेट्स की देखभाल भी करते हैं। वाराणसी में अपनी पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट अपनी पार्ट टाइम जॉब में पेट केयर भी कर रहे हैं। दरअसल, पेट शॉप में ऐसे बहुत से स्टूडेंट आते हैं, जो पेट केयर करके अच्छी खासी साइड इनकम भी कमा रहे हैं। कोलकाता के महेश पिछले दो वर्षों से वाराणसी में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले कुछ महीनों से पालतू जानवरों की देखभाल करने वालों की मांग बहुत ज़्यादा है और लोगों को अपॉइंटमेंट नहीं मिल रहे हैं। मेरे पास मई से ही बुकिंग है। कुछ काम छोटे या महीने भर के होते हैं। फिलहाल मैं छह बिल्लियों के घर को संभाल रहा हूं। इससे मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकता हूं, साथ ही मैं वह काम करके भी कमा सकता हूं जो मुझे पसंद है जैसे जानवरों के साथ रहना। अभी कुछ समय से पेट की केयर के लिए केयर टेकर की डिमांड बढ़ गई है। दरअसल, ऑफिस में बिजी होने के कारण लोग अपने पेट को अकेला नहीं छोडऩा चाहते हैं। इसलिए ये रास्ता अपना रहे हैं। अमन शर्मा, पेट शॉप ओनरकई बार लोग अपनी फैमिली के साथ ट्रीप पर जाते हैं। जहां पर अपने साथ पेट को नहीं ले जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में भी पेट्स ओनर पेट के लिए केयर टेकर को हायर कर लेते हैं।
सुधीर सिंह, पेट शॉप ओनर मुझे जानवरों की देखभाल करना बहुत पसंद है। इसलिए मैैं साइड जॉब के लिए पेट की केयर करता हूं। इससे मेरी अच्छी इनकम भी हो जाती है। महेश, पेट केयर टेकर, स्टूडेंट