मानसूनी बरसात जारी है. शॉपिंग मॉल्स में भी मानसून ऑफर की दस्तक हो चुकी है. ऑफलाइन में भीड़ है. ऑनलाइन में भी लुभावने ऑफर आ रहे हैं. ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन के साथ ही इससे जुड़े फ्र ॉड के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है.

वाराणसी (ब्यूरो)। मानसूनी बरसात जारी है। शॉपिंग मॉल्स में भी मानसून ऑफर की दस्तक हो चुकी है। ऑफलाइन में भीड़ है। ऑनलाइन में भी लुभावने ऑफर आ रहे हैं। ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन के साथ ही इससे जुड़े फ्र ॉड के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। कई बार ऐसा देखा गया है कि कस्टमर ने सामान कुछ मंगाया, लेकिन डिलीवरी किसी और चीज की हो गई। कई बार लोगों को खाली बॉक्स या रद्दी, पत्थर, आलू जैसी चीजें भी मिली हैं। ज्यादा ऑफर के चक्कर में फंसकर हम अपना ही नुकसान करा लेते हैं। दरअसल, ऑनलाइन शॉपिंग की कुछ वेबसाइट ओरिजनल शॉपिंग की वेबसाइट से मिलती जुलती होती हैं, जिसमें स्पेलिंग का माइनर सा डिफरेंस होता है, जिसे ठीक से न पढऩे पर हमारे साथ फ्रॉड की घटनाएं हो जाती हैं। वाराणसी में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं। शॉपिंग करने वालों के साथ ई कामर्स की फेक साइट्स के कारण धोखाधड़ी हो रही है। आइए जानते हैं इससे कैसे बचें।

क्या है ई-कॉमर्स कंपनी की धोखाधड़ी

साइबर थाने में ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान वेबसाइट से होने वाले फ्रॉड के 20 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। आए दिन फोन यूज करते समय हमें सीजन के कई ढेरों ऑफर मिल जाते हैं। या तो वह किसी रियल कंपनी की मिलती-जुलती साइट होती है या फिर कोई ऐसी वेबसाइट होती है जो आपको ज्यादा ऑफर दे रही होती है। ज्यादा लालच में हम फेक वेबसाइट्स के जाल में फंसकर उन्हें अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की पर्सनल डिटेल शेयर कर देते हैं। इससे हमारे अकाउंट से पैसा गायब हो जाता है। साथ ही कई बार ऐसा होता है कि ली हुई चीज की पेमेंट हम कर देते हैं और हमें हमारा प्रोडक्ट रिसीव नहीं होता है।

केस 1

चांदपुर में रहने वाली नीलम ने एक ओरिजनल ब्रांड की मिलती-जुलती वेबसाइट से ज्यादा ऑफर के चक्कर में फ्रिज ऑर्डर किया, जिसकी पेमेंट उसने वेबसाइट से ही कर दी थी। डिलीवरी होने की डेट भी निकल चुकी थी। कई दिन बीत जाने के बाद भी जब उसके द्वारा मंगाया गया 20 हजार का फ्रिज नहीं आया तो उसने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।

केस-2

सीजन का ऑफर दिखाती हुई एक वेबसाइट से जब नितिन ने अपने घर के लिए 55 हजार का सामान आर्डर किया, तो उसके अकाउंट से एक लाख रुपए गायब हो गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने वेबसाइट द्वारा मांगा गया ओटीपी दर्ज कर दिया था। नितिन ने तुरंत इसकी शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई।

इन बातों का रखें ध्यान

-ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त जानी-मानी ई-कॉमर्स साइट से ही सामान खरीदें। अगर पहली बार ऑनलाइन शॉपिंग करें तो कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुनें।

-जब भी किसी वेबसाइट से कुछ ऑर्डर करें तो स्पेलिंग जरूर चेक करें। एक माइनर सी गलती भी आपके अकाउंट से लाखों रुपये गायब करवा सकती है।

-जब भी कभी नई वेबसाइट से कुछ आर्डर कर भी रहे हैं तो उसमें अपना ओटीपी न एंटर करें।

-अगर आपके साथ ऐसी घटना हो जाती है तो तत्काल इसकी शिकायत दर्ज कराएं, नहीं तो आपके अकाउंट से सारे पैसे भी गायब हो सकते हैं। हमेशा ओरिजनल एप से ही शॉपिंग करें।

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप किसी फेक वेबसाइट से शॉपिंग तो नहीं कर रहे हैं। ऐसे मामले आजकल बढ़ रहे हैं।

-सरवणन टी., एडीसीपी, साइबर क्राइम

इन वेबसाइट से रहें सावधान

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साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल करें यह काम

7839856954-हेल्पलाइन साइबर सेल वाराणसी पर घटना की जानकारी दें।

1930- साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर केंद्रीय गृह मंत्रालय का है इस पर भी जानकारी दे सकते हैं।

एनसीसीपीआर-नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट कर सकते हैं।

-अपने बैंक से संपर्क करके बैंक अकाउंट से होने वाले लेन-देन बंद कर दें।

स्थानीय साइबर क्राइम थाने पर पहुंचकर शिकायत कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive