काशीराज अपार्टमेंट भवन नदेसर की तीसरी मंजिल पर किशोरी की हत्या कर पानी की टंकी में शव छिपाने वाला उसका मुंहबोला भाई और पड़ोसी आशीष उर्फ गोलू निकला. उसने पूछताछ में हवस मिटाने के लिए जुर्म करना कुबूल कर लिया जिसके बाद उसका चालान कर दिया गया. उसने कुछ और लोगों को फांसने की कोशिश की

वाराणसी (ब्यूरो)। काशीराज अपार्टमेंट भवन (नदेसर) की तीसरी मंजिल पर किशोरी की हत्या कर पानी की टंकी में शव छिपाने वाला उसका मुंहबोला भाई और पड़ोसी आशीष उर्फ गोलू निकला। उसने पूछताछ में हवस मिटाने के लिए जुर्म करना कुबूल कर लिया, जिसके बाद उसका चालान कर दिया गया। उसने कुछ और लोगों को फांसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस जब उसे 25 सीसीटीवी कैमरों में कैद उसके गुनाहों की वीडियो दिखाई तो वह टूट गया। दरअसल, वह बिटिया के साथ अपार्टमेंट में जाने के सवा घंटे बाद अकेले लौटता नजर आया है। उसके बयान के आधार पर पहले से दर्ज केस में पुलिस दुष्कर्म और पाक्सो की धारा बढ़ाई है। डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने एडीसीपी सरवणन-टी और एसीपी विदुष सक्सेना के नेतृत्व की सराहना करते हुए कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।

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आठवीं पास आशीष के भरोसे में जान गवां बैठी बिटिया

राजाबाजार नदेसर (निवासी) आशीष के पड़ोसी होने के कारण बिटिया उसकी बातों पर भरोसा कर ली। इसीलिए उसके साथ घर से 200 मीटर दूर काशीराज अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर जा पहुंची। जहां आशीष का असली चेहरा देख खुद को बचाने को विरोध भी किया। लेकिन 31 वर्ष के आशीष से किशोरी हार गई और अपनी जान गवां बैठी। गिरफ्तार आशीष ने बताया कि जबरदस्ती के बाद बिटिया बेहोश हो गई। उसकी सांसें भी नहीं चल रही थीं, जिससे वह डर गया और गुनाह छिपाने के लिए शव पानी की टंकी में डालकर भाग निकला।

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धुंधली तस्वीर होने के बावजूद आशीष को पहचाने स्वजन

26 जून की रात आठ बजे बिटिया गायब हुई। पुलिस सीसीटीवी कैमरा चेक हुआ तो कई लोग अपार्टमेंट की ओर जाते दिखे थे। इनमें से किसी पर शक करना मुश्किल था, क्योंकि कालोनी में पहुंचाने वाले तीन रास्तों में एक रास्ता काशीराज अपार्टमेंट से होकर गुजरता है। खोजबीन में पुलिस जुटी थी कि अपार्टमेंट से बहुत दूर एक कैमरे की फुटेज हाथ लगी, जिसमें किशोरी और आशीष अपार्टमेंट में जाते नजर आए, लेकिन सवा घंटे बाद सिर्फ युवक ही बाहर आते दिखा। धुंधली फुटेज में किसी को पहचानना मुश्किल हो रहा था। स्वजन की मदद ली गई तो युवक की पहचान आशीष के रूप में हुई। जिसके बाद शुक्रवार दोपहर एक बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के पास से आरोपित आशीष को गिरफ्तार किया तो कांपने लगा। उसने पहले पुलिस फिर कोर्ट में अपना गुनाह कबूल कर लिया।

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वर्ष 2021 में दर्ज है मारपीट का मुकदमा

आरोपित आशीष शराब पीने का आदि है। पुलिस ने उसका अपराधिक रेकार्ड खंगाला तो वर्ष 2021 में कैंट थाने में उसके खिलाफ मारपीट का एक मुकदमा दर्ज है। उसके कृत्य से कालोनी में लोग दूसरे दिन भी डरे सहमे नजर आए। बताया कि ऐसी सोच वाले लोगों के कारण बच्चों को स्कूल और बाजार भेजने में सोचना पड़ेगा। पुलिस आशीष पर एनएसए की कार्रवाई करने की तैयारी में है।

Posted By: Inextlive