Varanasi News: गाजीपुर: आरपीएफ के दो जवानों की हत्या का भले ही एसटीएफ व पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है लेकिन अभी भी फरार आठ शराब तस्करों की गिरफ्तारी की चुनौती है. पुलिस इस मामले में पांच शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. एसटीएफ व पुलिस को फरार आठ आरोपितों के सिर्फ नाम मिले लेकिन पता नहीं.

वाराणसी (ब्यूरो) Varanasi News:गाजीपुर: आरपीएफ के दो जवानों की हत्या का भले ही एसटीएफ व पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है, लेकिन अभी भी फरार आठ शराब तस्करों की गिरफ्तारी की चुनौती है। पुलिस इस मामले में पांच शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसटीएफ व पुलिस को फरार आठ आरोपितों के सिर्फ नाम मिले, लेकिन पता नहीं। दरअसल, घटना में शामिल शराब तस्कर अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं। ऐसे में केवल नाम के आधार पर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी संभव नहीं है। वैसे पुलिस सीसीटीवी फुटेज से ली गई फोटो व नाम के सहारे उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

जवानों की हत्या में शामिल फरार सात अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। नाम व वीडियो फुटेज के आधार पुलिस उन तक पहुंचने का काफी प्रयास कर चुकी है, मगर हाथ खाली ही रहे हैं। पुलिस सूत्रों की माने तो फरार हत्यारोपितों के पता का ठिकाना अब तक किसी के पास नहीं मिल सका है। अब ऐसे में पुलिस ऐसे तस्करों की तलाश कर रही है, जिससे उनके अच्छे संबंध रहे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि अगर ये तस्कर मिल गए तो हत्यारोपितों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। गौरतलब हो कि बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में 19-20 अगस्त की रात आरपीएफ जवान मो। जावेद निवासी देवैथा व प्रमोद कुमार निवासी करका भोजपुर बिहार की तस्करों ने पीटकर हत्या करने के बाद गहमर के बकैनिया के पास रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। मामले की जांच एसटीएफ ने की तो चार तस्कर दबोच लिए गए, जबकि एक अन्य को स्थानीय पुलिस ने बाद में गिरफ्तार किया था।

चेनपुलिंग कर शराब चढ़ाने को लेकर तस्करों से हुआ था विवाद

बाडमेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन के घटना की रात पीडीडीयू से संचालित होने के बाद कुछमन सहित चार स्थानों पर दो-दो मिनट की चेनपुलिंग की गई थी, जबकि ट्रेन का पीडीडीयू से सीधे पटना स्टेशन पर ठहराव है। मोकामा में आरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर जा रहे दोनों जवानों ने चेनपुलिंग करने का विरोध किया था। इसको लेकर शराब तस्करों से विवाद हुआ था और दोनों पर भारी पड़े तस्करों ने उनकी हत्या कर दी थी। तस्कर चेनपुलिंग कर शराब बिहार पहुंचाते हैं।

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ये हो चुके हैं गिरफ्तार

-प्रेमचंद वर्मा निवासी भगवतीपुर वजीतपुर बिहार।

-विनय कुमार निवासी वार्ड नंबर1 खगौल रोड नियर बिस्कुट फैक्ट्री विकास कालोनी फुलवारी शरीफ पटना बिहार।

-पंकज कुमार निवासी म.न88/बी निउरा कालोनी बीनापुर खमखगौल दानापुर बिहार

-विलेन्द्र कुमार निवासी उसरी बाजार शाह पटना बिहार।

-रवि कहार, निवासी खगौल थाना के नीमताला रोड छोटीखगौल बिहार।

विवेचना में 13 लोगों के नाम सामने आए थे, जिसमें से पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है। बाकी आरोपितों के नाम की जानकारी मिली है। पता मिलते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अशोक मिश्रा, थानाध्यक्ष गहमर व घटना के विवेचक

Posted By: Inextlive