नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने विकास कार्यों में लापरवाही बरतने व समय से कार्य पूर्ण न कराने के आरोप में तीन अभियंताओं को नोटिस देते हुए दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. इसी प्रकार तीन फर्मों पर 20-20 हजार का जुर्माना लगाते हुए काली सूची ब्लैक लिस्ट में डालने की चेतावनी दी है. साथ ही मुख्य अभियंता से शहर में चल रहे सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी तलब की है.

वाराणसी (ब्यूरो)। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने विकास कार्यों में लापरवाही बरतने व समय से कार्य पूर्ण न कराने के आरोप में तीन अभियंताओं को नोटिस देते हुए दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। इसी प्रकार तीन फर्मों पर 20-20 हजार का जुर्माना लगाते हुए काली सूची (ब्लैक लिस्ट) में डालने की चेतावनी दी है। साथ ही मुख्य अभियंता से शहर में चल रहे सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी तलब की है।

नगर आयुक्त ने अधिशासी अभियंता विकास कुरील, सहायक अभियंता अगम कटियार व अवर अभियंता सुखपाल को विभागीय कार्रवाई के लिए शासन के पत्र लिखने की भी चेतावनी दी है। समय से कार्य पूर्ण न करने के आरोप में मेसर्स आरके कंस्ट्रक्शन, मेसर्स मंगलम् कंस्ट्रक्शन व मेसर्स श्रीराम डेवलपर्स को चेतावनी पत्र जारी किया है। समयावधि में काम पूरा नहीं होने पर ब्लैक लिस्टेट की कार्रवाई की जाएगी।

नगर आयुक्त की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि वार्ड संख्या-94, (कमलगढहा) में मैना की तकिया मोड़ से हरी विद्यालय तक सहित अन्य स्थानों पर 1.86 लाख रुपये की लागत से क्षतिग्रस्त चौका मरम्मत का कार्य, वार्ड संख्या-100 (जैतपुरा) में भवन संख्या-जे। 27/28 से छोहरा रोड तक 2.50 लाख रुपये की लागत से क्षतिग्रस्त चौका मरम्मत कार्य तथा वार्ड संख्या-94 में भवन संख्या-जे। 30/46-डी-1 से जे। 30/62 होते हुए मस्जिद तक 2.63 लाख रुपये की लागत से रबर मोल्डेड इंटरलाङ्क्षकग टाइल्स लगाने का कार्य तीन फर्मों को मार्च तक पूर्ण करना था। इसके बावजूद तीनों फर्मों ने अब तक कार्य शुरू ही नहीं किया। इससे निगम की छवि धूमिल हुई है। ऐसे में निगम को कार्रवाई करने के लिए बाध्य होना पड़ा। अभियंताओं ने भी पर्यवेक्षण की भूमिका नहीं निभाई।

Posted By: Inextlive