सभी विभाग एक्टिव हैं. इसके बाद भी हर साल डेंगू डंक मारता है. इस बार भी हेल्थ डिपार्टमेंट और नगर निगम के अधिकारियों के एक्टिव होने के बाद भी चार डेंगू के केस सामने आ ही गए. अब केस मिलने के बाद डिपार्टमेंट फिर एक्टिव हो गया है.

वाराणसी (ब्यूरो)। सभी विभाग एक्टिव हैं। इसके बाद भी हर साल डेंगू डंक मारता है। इस बार भी हेल्थ डिपार्टमेंट और नगर निगम के अधिकारियों के एक्टिव होने के बाद भी चार डेंगू के केस सामने आ ही गए। अब केस मिलने के बाद डिपार्टमेंट फिर एक्टिव हो गया है। जलभराव वाले क्षेत्रों के अलावा जहां पानी लग रहा, वहां पर छिड़काव के साथ ही सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके बाद भी मच्छर फैल रहे हैं, क्योंकि सफाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने पड़ताल की तो सबसे पहले नगर निगम के कार्यालय में ही गंदगी का अंबार दिखा। नगर निगम के आफिस में एंट्री करते ही बड़ा सा नाला सामने ही देखने को मिला। नाले की सफाई न होने से मच्छरों का अंबार लगा हुआ था। इसके बाद शहर के दुकानों को भी टीेम ने देखा तो पानी की टंकियों, कूलर और टायर की दुकानों पर बाहर रखे टायरों में पानी भरा नजर आया।

कई जगह मच्छरों का लार्वा

टीम ने नगर निगम के आफिस के अलावा शहर के दुकानों और मुहल्लों में पड़ताल की तो कई जगह मच्छरों का लार्वा देखने को मिला। सिगरा स्थित नगर निगम आफिस में एंट्री करते ही लंबा नाला है। इस नाले की सफाई न होने से हजारों मच्छरों का प्रकोप देखने को मिला। नाले के अगल-बगल झाडिय़ों का झंकाड़ लगा था। साफ-सफाई न होने से मच्छरों का लार्वा पनप रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि नगर निगम के अंदर ही सफाई नहीं है तो शहर की सफाई कैसे होगी।

कबाड़ में गंदगी का अंबार

नगर निगम परिसर में वाहन, ठेलों और खोमचों का अंबार लगा हुआ है। साफ-सफाई न होने से मच्छरों का प्रकोप छाया है। वहीं पान की पीक और चाय के पुरवा का अंबार लगा हुआ था। खुद नगर निगम के परिसर में सफाई नहीं दिखी। कुछ टायरों में पानी जमा था। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि टायरों में पानी भरे होने से नगर निगम में लार्वा पनप सकते हैं।

साफ पानी में भी पनपता है

हेल्थ डिपार्टमेंट के डा। शरत चंद्र पांडेय का कहना है कि साफ पानी में भी डेंगू का लार्वा पनप सकता है। ऐसे में नगर निगम में तो कबाड़ का अंबार लगा हुआ है। नाला में मच्छरों का झुंड लगा हुआ है। इसके बाद भी सफाई नहीं की गयी है। बारिश की वजह से जगह-जगह जलभराव की स्थिति रही। जलभराव की वजह से मच्छरों का प्रकोप भी बढऩे लगा है। लोग मलेरिया और डेंगू बीमारी फैलने को लेकर सहमे हुए हैं।

दावा है पक्का

हेल्थ डिपार्टमेंट संचारी रोग अभियान के तहत एटी लार्वा के साथ नगर निगम के सहयोग से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस दौरान लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। मलेरिया विभाग की ओर से लोगों को समझाया जा रहा है कि सप्ताह मेें एक बार कूलर का पानी जरूर बदल दें। टंकियों का पानी साफ रखें। गमलों का पानी बदलते रहें। ऐसा ना करने पर लार्वा पनप सकते हैं।

डेंगू के लक्षण

जब डेंगू बुखार ज्यादा गंभीर नहीं होता है तो बच्चों और किशोर में मुश्किल से इसके लक्षण दिखाई देते हैं। यदि लक्षण होते भी हैं तो यह संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के चार से सात दिनों तक रहते हैं। डेंगू बुखार में सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन आना और आंखों में दर्द की शिकायत होती है।

नगर निगम में प्रतिदिन सफाई कराई जाती है। नाले में अगर मच्छरों का प्रकोप है तो उसे भी साफ कराया जाएगा। शहर में फागिंग के साथ छिड़काव जारी है।

डा। पीके शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

डेंगू के रोकथाम के लिए घर-घर अभियान चलाया जा रहा है। जहां डेंगू के केस मिले हैं, वहां भी छिड़काव कराया जा रहा है।

डा। शरत चंद्र पांडेय, मलेरिया अधिकारी

Posted By: Inextlive