बिना नंबर की गाडिय़ों और स्टंट करने वालों के खिलाफ वाराणसी पुलिस ने धरपकड़ अभियान छेड़ रखा है. पुलिस अधिकारियों के मॉडिफाइड साइलेंसर लगे टू व्हीलर के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश हैं लेकिन यह अभियान परवान नहीं चढ़ रहा. पुलिस-प्रशासन की ठोस कार्रवाई न होने से 2000 से 2200 रुपए में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाए जा रहे हैं.

वाराणसी (ब्यूरो)। बिना नंबर की गाडिय़ों और स्टंट करने वालों के खिलाफ वाराणसी पुलिस ने धरपकड़ अभियान छेड़ रखा है। पुलिस अधिकारियों के मॉडिफाइड साइलेंसर लगे टू व्हीलर के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश हैं, लेकिन यह अभियान परवान नहीं चढ़ रहा। पुलिस-प्रशासन की ठोस कार्रवाई न होने से 2000 से 2200 रुपए में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाए जा रहे हैं। मलदहिया, रामकटोरा हो या फिर नदेसर। बुलेट और बाइक में मॉडिफाइ साइलेंसर लगाने का काम अपने लय में चल रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने पुलिस अधिकारियों के आदेश की असलियत जानी तो यह बेअसर दिखा। वाहन सवार बुलेट व बाइक में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाकर कानफोडू़ और पटाखा आवाज के साथ फर्राटा भर रहे हैं।

मलदहिया में भरमार

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सबसे पहले लहुराबीर से लेकर मलदहिया के बीच बने दो पहिया मार्केट में पहुंची तो देखा कि मॉडिफाइ साइलेंसर हर दूसरे शॉप से बेचा जा रहा है। सबसे अधिक डिमांड तेज आवाज के साइलेंसर की है। इसकी कीमत 2200 रुपए होने कारण इसे यूथ ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

रामकटोरा में भी साइलेंसर का क्रेज

साइलेंसर की सर्वाधिक दुकानें रामकटोरा और नदेसर में हैं। इन मार्केट में हर तरह का साइलेंसर आपको मिल जाएगा। तेज आवाज से लेकर धीमे आवाज का साइलेंसर है, लेकिन ज्यादातर यूथ पटाखे और तेज आवाज वाला साइलेंसर पसंद करते हैं। साइलेंसर में भी तेज आवाज वाले साइलेंसर की डिमांड सबसे अधिक है। साइलेंसर में भी एससी प्रोजेक्ट, ए रेकफोविक साइलेंसर ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। जबकि नॉर्मल साइलेंसर का रेट 1200 रुपए से लेकर 1400 रुपए है।

मलदहिया के दुकानदार ने कहा

तेज आवाज वाला 2200 रुपए का है

रिपोर्टर : बाइक में साइलेंसर लगवाना है

दुकानदार : कौन सी बाइक है।

रिपोर्टर : नई मॉडल वाली स्पेंडर है।

दुकानदार : लेकर आइए लगा देंगे।

रिपोर्टर : रेट बताइए।

दुकानदार : 2 हजार रुपए से लेकर 22 सौ रुपए तक का साइलेंसर है।

रिपोर्टर : तेज आवाज वाला कितने का है।

दुकानदार : तेज आवाज वाला 2200 रुपए का है।

रिपोर्टर : कुछ दाम कम हो सकता है

दुकानदार : आपको पहले ही कम दाम बताए हैं।

जड़ तक नहीं जाते अफसर

पुलिस साइलेंसर लगे वाहनों को तो पकड़ती है, लेकिन जहां से साइलेंसर की मैन्युफैक्चरिंग हो रही है और जहां बिकते हैं। वहां पुलिस-प्रशासन के अफसर कभी एक्शन नहीं लेते। यदि मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानों में ठोस एक्शन हो जाए तो वाहनों में साइलेंसर लग ही नहीं पाएंगे।

खतरनाक है साउंड

बीएचयू के ईएनटी डिपार्टमेंट के हेड प्रो। एसके अग्रवाल का कहना है कि मॉडिफाइ साइलेंसर से निकलने वाली आवाज काफी खतरनाक होती है। अचानक बजने पर लोग डर जाते हैं। मॉडिफाइ साइलेंसर से 80 डेसिबल आवाज निकलती है, जो कान के लिए खतरनाक होती है।

मार्केट में इन साइलेंसर की डिमांड

- एससी प्रोजेक्ट

- ए सेकफोविक

2200 रु है तेज आवाज वाले साइलेंसर का रेट

1200 रु है नॉर्मल साइलेंसर का रेट

25 दो पहिया वाहनों के खिलाफ हर महीने कार्रवाई

तेज आवाज वाली साइलेंसर कानों के लिए खतरनाक होती है। कान के पर्दे इस आवाज को झेल नहीं पाते हैं। इसके चलते कई बार दुर्घटना भी हो जाती है।

डॉ। एसके अग्रवाल, बीएचयू, ईएनटी

हर महीने अभियान चलाया जाता है। जिसने भी मॉडिफाइड साइलेंसर लगवाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जुर्माना भी लगाया जाता है।

राजेश पाण्डेय, एडीसीपी टै्रफिक

Posted By: Inextlive