Varanasi Crime News: इंडसइंड बैंक की सब्सिडियरी भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिडेट के फील्ड आफिसर योगेश यादव को मंगलवार दिन में 11 बजे बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मार दी और एक टैबलेट एक लाख 15 सौ रुपये से भरा बैग छीनकर भाग निकले

वाराणसी (ब्यूरो)इंडसइंड बैंक की सब्सिडियरी भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिडेट के फील्ड आफिसर योगेश यादव को मंगलवार दिन में 11 बजे बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मार दी और एक टैबलेट, एक लाख 15 सौ रुपये से भरा बैग छीनकर भाग निकले। यह घटना शिवपुर थाना क्षेत्र के कानूडीह गांव में हुई। गोली का छर्रा दाएं पैर में लगने के बावजूद योगेश ने कानूडीह गांव के सतीश राजभर के साथ बदमाशों का पीछा किया, लेकिन पकड़ में नहीं आए। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डा। के एजिलरसन, डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने क्राइम सीन देखा और राजफाश को एसओजी समेत तीन टीमें गठित कर एडीसीपी सरवणन टी को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी।

कलेक्शन के बाद लौट रहे थे
संत रविदास नगर (भदोही) के औराई के उपरौठ गांव के योगेश मंगलवार सुबह आठ बजे कानूडीह गांव की टीम लीडर सीमा देवी के घर समूह की महिलाओं संग बैठक और वसूली (कलेक्शन) को गए थे। दो अलग-अलग समूहों संग एक-एक घंटे की मीङ्क्षटग की और दोनों समिति से 63 हजार 625 रुपये और 37 हजार 875 रुपये लेकर बाइक से बमुश्किल 500 मीटर गए होंगे कि महात्मा गांधी हाईस्कूल के पास मुंह पर गमछा बांधे दो बदमाश बैग छीनने लगे, जबकि तीसरा बदमाश (हेलमेट पहने) नीली ग्लैमर बाइक स्टार्ट किए खड़ा था।

विरोध पर चलाई गोली
विरोध के कारण बैग छीन नहीं पाने से बौखलाए एक बदमाश ने गोली चलाई तो दाएं पैर में छर्रा लगने से योगेश लहूलुहान हो गए। उसी वक्त कानूडीह गांव के सतीश राजभर पहुंचे तो योगेश के साथ बदमाशों के पीछे भागे। डीसीपी क्राइम ने बताया कि योगेश का पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज कराया गया, जहां उनकी तबीयत ठीक है। योगेश पांच दिन पूर्व ही प्रमोशन पर बनारस आने के बाद पहली बार कानूडीह गए, जहां घटना हो गई।

कद-काठी से शिनाख्त की कोशिश

लुटेरों ने बिना नंबर की बाइक से वारदात को अंजाम दिया। तीनों का चेहरा ढका होने से पुलिस उन्हें पहचान नहीं पा रही है। इसलिए लूट की पुरानी घटना में पकड़े गए बदमाशों के फोटो और कद-काठी से लुटेरों को पहचाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी से यह जानने में जुटी है कि बदमाश आए कहां से, जिससे किसी का चेहरा दिख सके।

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टैबलेट और बैग बरामद

बैंक के आइटी सेल ने टैबलेट का गोपनीय नंबर अपने सिस्टम पर डालकर चेक किया तो उसका लोकेशन ऐढ़े गांव के पास बता रहा था। पुलिस और बैंक कर्मियों की मदद से पुलिस ने टैबलेट और बैग को खोज निकाला। नोट लुटेरे अपने साथ ले गए। पुलिस अब बरामद बैग और टैबलेट को जांच का हिस्सा बनाएगी। हालांकि, पुलिस अधिकारी इससे इन्कार करते रहे।

Posted By: Inextlive