कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम की तैयारी की जा रही है. जगह-जगह उनके विश्राम स्वच्छ जल ठहराव की व्यवस्था सुनिश्चित किया जा रहा है. कैंप में पंखा फस्र्ट एड बाक्स पानी की व्यवस्था से लेकर कैंप के बाहर मोबाइल टायलेट को रख दिया गया है.

वाराणसी (ब्यूरो)। जिला प्रशासन के साथ-साथ नगर निगम में भी आने वाले सावन माह को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। काशी में कांवरियों का आना शुरू हो गया है। पहले सोमवार यानि 22 जुलाई को बाबा दरबार में लाखों भक्त हाजिरी लगाएंगे। इसके लिए बैरिकेडिंग से लेकर कैंप बनाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। कांवरियों के लिए विशेष इंतजाम की तैयारी की जा रही है। जगह-जगह उनके विश्राम, स्वच्छ जल, ठहराव की व्यवस्था सुनिश्चित किया जा रहा है। कैंप में पंखा, फस्र्ट एड बाक्स, पानी की व्यवस्था से लेकर कैंप के बाहर मोबाइल टायलेट को रख दिया गया है।

कांवर यात्रा मीट की दुकानें बंद

नगर निगम ने कांवरियों के यात्रा में पडऩे वाले मीट की दुकानों को भी बंद करने का आदेश दिया है। खुले में मीट को बेचने पर भी निर्धारित दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया। जो दुकानें खुली हैं, उन्हें हरा पर्दा लगाने के लिए सख्त हिदायत दी गयी है।

चितरंजन पार्क में कैंप

कांवरियों के ठहरने के लिए चितरंजन पार्क में कैंप बना दिया है। इसके अलावा लक्सा और रथयात्रा में कैंप बनाया गया है। यह कैंप पूरे सावन माह तक संचालित रहेगा। कैंप में चाय, पानी की भी व्यवस्था की गयी है। यही नहीं कांवरियों को कोई दिक्कत न हो फस्र्ट एड बाक्स भी रखा गया है।

अन्य शिवालयों में भी व्यवस्था

सावन माह के दौरान काशी में भारी संख्या में श्रद्धालु और शिवभक्त पहुंचते हैं। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ-साथ अन्य देवालयों और शिवालयों में बेहतर इंतजाम को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर लगातार जारी है।

लाखों की संख्या में आते शिव भक्त

काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का काशी पहुंचना जारी है। विशेष तौर पर सावन माह में शिव भक्तों की संख्या लाखों तक पहुंच जाती है। ऐसे में इस बार भी अनुमान लगाया जा रहा है कि 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह के पांच सोमवार की अवधि तक काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु काशी पहुचेंगे।

महिला कांवरियों के लिए चेंजिंग रूम

नगर निगम कांवरियों के साथ महिलाएं भी हजारों की संख्या में आती है। इसको देखते हुए नगर निगम ने घाट किनारे चेजिंग रूम का बनाया है। जहां अधिक भीड़ होती है वहां पर नगर निगम चेजिंग रूम के साथ रस्सी की भी व्यवस्था की है। जिस घाट पर स्नान करने के लिए ज्यादा भीड़ होती है वहां पर दो से तीन चेजिंग रूम बनाया गया है। इनमें भैंसासुर घाट, अस्सी घाट, प्रहलादघाट, गायघाट, दशाश्वमेध और राजेन्द्र प्रसाद घाट शामिल है।

कांवरियों के लिए कैंप बनाया जा रहा है। घाटों पर महिलाओं के लिए चेजिंग रूम बनाया गया है। जरूरत होने पर और चेजिंग रूम बनाया जा सकता है। इसके अलावा चितरंजन पार्क समेत आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर कांवरियों के ठहरने के लिए अस्थायी कैंप बनाया गया है।

अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive