Varanasi Crime News: फेस्टिवल सीजन शुरू होने के साथ सोने-चांदी की तस्करी का खेल भी जोर पकड़ लिया है. इसे देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस के साथ जीआरपी ने ट्रेनों में सतर्कता बढ़ा दी है. इसी कड़ी में सोमवार को कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ पर चेकिंग के दौरान एक यात्री के पास से चार किलो सोने का आभूषण बरामद किया गया.

वाराणसी (ब्यूरो)। Varanasi Crime News: फेस्टिवल सीजन शुरू होने के साथ सोने-चांदी की तस्करी का खेल भी जोर पकड़ लिया है। इसे देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस के साथ जीआरपी ने ट्रेनों में सतर्कता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में सोमवार को कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ पर चेकिंग के दौरान एक यात्री के पास से चार किलो सोने का आभूषण बरामद किया गया। दस्तावेज में हेरफेर की आशंका में सारा माल जब्त कर आयकर विभाग को सौंप दिया गया। एयर बैग में मिले कुल माल की कीमत चार करोड़ आठ लाख तीन हजार 672 रुपए आंकी गई है। पुलिस से बचने के लिए हर पल की निगरानी के लिए बैग में जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस भी लगाया गया था।

एक डिलीवरी का 50 हजार
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पडऩे वाले त्योहार धनतेरस व दीपावली पर ज्वेलरी की जबर्दस्त डिमांड को देखते हुए सर्राफा कारोबारियों ने अभी से माल स्टॉक करना शुरू कर दिया है। इसके लिए गुजरात से लेकर बिहार तक सोने-चांदी के ज्वेलरी की तस्करी शुरू हो गई है। रोजाना बड़ी मात्रा में तस्कर राजकोट से पटना, मुजफ्फरपुर तक सोने की ज्वेलरी की डिलीवरी कर रहे हैं। इसके लिए एक ट्रिप 50 हजार रुपये लेते हैं। गोल्ड ज्वेलरी की डिलेवरी करने वाला गैंग है, जो इस काम को करीब चार साल से अंजाम दे रहे हैं।

पटना जाने की तैयारी में था तस्कर
कैंट स्टेशन पर पकड़ी गई गोल्ड ज्वेलरी की बड़ी खेप के बारे में जीआरपी थाने में सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि मूलरूप से राजकोट (गुजरात) निवासी राजेश गाड़ी संख्या - 19489 अहमदाबाद - गोरखपुर एक्सप्रेस से कैंट स्टेशन पहुंचा था। यहां से जनरल टिकट पर वह पटना जाने की तैयारी कर रहा था, जहां व्यापारियों को इस आभूषण की आपूर्ति होनी थी। पूछताछ में राजेश ने बताया कि राजकोट में यह आभूषण बनाए जाते हैं। ऑर्डर मिलने पर बिहार समेत विभिन्न हिस्सों में इसकी आपूर्ति होती है। वह पहले भी अपने मालिक का सामान पटना के व्यापारियों तक पहुंचा चुका है। सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि उक्त कर्मचारी के पास से संतोषजनक दस्तावेज नहीं मिले हैं। लिहाजा, उसे जब्त कर आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि पल-पल की निगरानी रखने के लिए एयर बैग में जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस भी लगाया गया था।

फेस्टिवल सीजन शुरू होते ही गोल्ड व सिल्वर तस्करी का खेल शुरू हो जाता है। पूर्व की घटना को देखते हुए रेलवे पुलिस ने ट्रेनों में सतर्कता बढ़ा दी है। इसी का नजीता है कि सोमवार को गोल्ड ज्वेलरी की बड़ी खेप पकड़ी गई। गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ चल रही है।

- कुंवर प्रभात सिंह, सीओ

Posted By: Inextlive