काशी देश का पहला ऐसा सिटी बन गया है जहां चार वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन अन्य शहरों के लिए चल रही हैं. आगामी दो दिन में दो और वंदेभारत वाराणसी को मिलने जा रही हैं. एक वंदेभारत एक्सप्रेस वाराणसी से आगरा और दूसरी देवधर चलेगी.

वाराणसी (ब्यूरो)। काशी देश का पहला ऐसा सिटी बन गया है, जहां चार वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन अन्य शहरों के लिए चल रही हैं। आगामी दो दिन में दो और वंदेभारत वाराणसी को मिलने जा रही हैं। एक वंदेभारत एक्सप्रेस वाराणसी से आगरा और दूसरी देवधर चलेगी। वहीं, वाराणसी से दिल्ली दो वंदेभारत, वाराणसी से रांची, पटना से वाराणसी होते लखनऊ को जाने वाली वंदेभारत ऑल रेडी चल रही हैं। इनमें सबसे अधिक भीड़ वाराणसी से दिल्ली जाने वाली वंदेभारत में होती है। इसके बाद टिकट के लिए मारामारी की स्थिति रहती है। वाराणसी से परडे 5760 यात्री वंदे भारत से यात्रा करते हैं।

एक ट्रेन में 1440 पैसेंजर

वाराणसी से दिल्ली जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में पहले 16 कोच थे, जो अब बढ़कर 20 हो चुके हैं। चार कोच बढऩे के बाद यात्रियों की संख्या एक हजार से 1440 हो गई है। वाराणसी से दिल्ली 8 घंटे में पहुंचने वाली वंदेभारत की इतनी अधिक डिमांड है कि रेलवे को 4 कोच और बढ़ाने पड़े।

दूसरी वंदेभारत चलानी पड़ी

वाराणसी से दिल्ली रूट पर पैसेंजर्स के प्रेशर को देखते हुए रेलवे को बाद में वाराणसी से दिल्ली के रूट पर दूसरी वंदे भारत ट्रेन को चलानी पड़ी। दूसरी ट्रेन में कोच 16 थे, जिसे बढ़ाकर अब 20 कोच का किया जा रहा है।

वाराणसी से रांची के रूट पर प्रेशर

वाराणसी से रांची को जाने वाली वंदे भारत की सीट खाली नहीं रहती है। हमेशा टिकट फुल ही बताता है। वेटिंग की फेहरिस्त लंबी रहती है। इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। वाराणसी से रांची को जाने वाली वंदेभारत में भी 16 कोच हैं, जिसे बढ़ाकर 20 कोच करने की योजना है।

पटना से लखनऊ रूट पर बंपर यात्री

पटना से लखनऊ को जाने वाली वंदे भारत ट्रेन में हमेशा सीट को लेकर मारामारी की स्थिति रहती है। हालांकि, यह ट्रेन भी वाराणसी होते हुए जाती है। अधिकतर पटना से वंदेभारत को पकड़ते हैं तो वाराणसी उतर जाते हैं। इसके बाद ट्रेन लखनऊ को चली जाती है।

देवधर से काशी

यात्रियों की सुविधा के लिए अब देवधर से वाराणसी के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी। इसका शुभारंभ पीएम नरेन्द्र मोदी करेंगे। साथ ही वाराणसी से आगरा के लिए भी वंदेभारत चलाई जाएगी। इसके चलते से टूरिस्टों को काफी सहूलियत मिलेगी। वाराणसी से दिल्ली जाने के बाद आगरा जाते हैं। वाराणसी से आगरा वंदेभारत चलने पर सीधे यहां के लोग आगरा पहुंचेंगे।

20 कोच की होगी वंदे भारत

एडीएआरएम लालजी चौधरी ने बताया कि देश में पहली वंदेभारत ट्रेन का संचालन 15 अक्टूबर 2019 को शुरू हुआ था। ये वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। बाद में इस रूट पर ट्रेन की लोकप्रियता के कारण कुछ ही साल में दूसरी वंदेभारत चलानी पड़ी थी। अभी नई दिल्ली से वाराणसी के बीच दोनों वंदेभारत ट्रेनों में 16 कोच हैं। अब एक वंदे भारत में चार कोच और लगाए जाएंगे। यानी नई दिल्ली से वाराणसी के बीच 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन चलेगी। यह देश की पहली 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी।

दिल्ली-वाराणसी रूट में वंदे भारत की भारी डिमांड

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, वर्तमान में देश में जो भी वंदेभारत ट्रेनें चल रही है। किसी में आठ कोच है तो किसी में 16 कोच है। जहां पर डिमांड कम है वहां पर आठ कोच की वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही है। जहां पर यात्रियों की संख्या ज्यादा है और यात्री वंदे भारत जैसी ट्रेन में सफर करना पसंद कर रहे हैं। वहां पर वंदे भारत ट्रेनों में 16 कोच हैं। दिल्ली वाराणसी के बीच यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। इसे देखते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में चार कोच और लगाए जा रहे हंै।

काशी देश का पहला ऐसा शहर हैं, जहां से 6 वंदेभारत ट्रेन चलेगी। वाराणसी से दिल्ली रूट पर यात्रियों का काफी प्रेशर रहता है। अभी वंदेभारत 16 कोच का है। इसमें 4 अतिरिक्त कोच जोड़कर 20 कोच कर दिया गया है।

लालजी चौधरी, एडीआरएम

वाराणसी से आगरा के रूट पर वंदेभारत चलाने के लिए काफी दिनों से मांग की जा रही थी। इससे टूरिस्टों की कनेक्टिविटी और बढ़ेगी।

राहुल मेहता, अध्यक्ष टीडब्ल्यूए

सबसे अधिक लोग वाराणसी से दिल्ली जाते हैैं। रेलवे ने यह बहुत अच्छा किया कि 16 कोच से बढ़ाकर 20 कोच कर दिया है।

रवि सराफ, अध्यक्ष उप्र स्वर्णकार संघ

वाराणसी में यात्रियों का पे्रशर काफी रहता है। वंदेभारत जैसी ट्रेनों में वेटिंग रहती है। ऐसे में कोच बढ़ जाने से काफी सहूलियत होगी।

श्रीनारायण खेमका, संरक्षक, महानगर उद्योग व्यापार समिति

फैक्ट एंड फीगर

4000 यात्री प्रतिदिन करते हैं वंदेभारत से यात्रा

1000 यात्री एक वंदेभारत से परडे करते हंै यात्रा

1440 यात्री प्रतिदिन कर सकेंगे कोच बढऩे पर यात्रा

300 से अधिक वेटिंग रहती है वंदेभारत ट्रेनों में

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इन रूटों पर वंदे भारत

वाराणसी से दिल्ली 2 ट्रेन

वाराणसी से रांची

पटना-वाराणसी-लखनऊ

इन रूट पर चलेगी

वाराणसी से आगरा

वाराणसी से देवधर

कल से 1355 रुपए में देवघर पहुंचाएगी वंदे भारत एक्सप्रेस

वाराणसी : बड़ी संख्या में रेल यात्रियों का इंतजार खत्म होने वाला है। 16 सितंबर से विश्वनाथ धाम से बाबा वैजनाथ (देवघर) धाम का रिश्ता मजबूत करने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नियमित रफ्तार भरेगी। रेल प्रशासन ने वाराणसी से देवघर का चेयरकार किराया 1355 रुपये और गया तक का किराया 755 रुपये निर्धारित कर दिया है। एक्जीक्यूटिव श्रेणी के आरक्षण टिकट से गया जाने के लिए 1405 रुपये और देवघर जाने के लिए 2415 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। 15 सितंबर को उद्धाटित ट्रेन देवघर से चलकर रात में वाराणसी पहुंचेगी, जहां उसका कैंट स्टेशन पर रेल अधिकारी स्वागत करेंगे।

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वाराणसी-देवघर के बीच इन स्टेशनों पर होगी ठहराव

-पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू)।

-सासाराम जंक्शन।

-गया जंक्शन।

-नवादा

-कियूल जंक्शन

-जसीडीह जंक्शन

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्रफैक्ट एंड फीगर

-456 किमी। वाराणसी से देवघर की दूरी

-223 किमी। वाराणसी से गया की दूरी

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- 22499 नंबर बनकर देवघर से वाराणसी आएगी वंदे भारत

22500 नंबर बनकर वाराणसी से देवघर जाएगी वंदे भारत

Posted By: Inextlive