देश प्रदेश और शहर के विकास के लिए अब पब्लिक भी अवेयर है. इसीलिए वाराणसी में हर साल टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ती जा रही है. पिछले तीन सालों में आयकरदाताओं की संख्या बढ़कर 4 लाख 23 हजार 912 हो गई है. वजह सिटी का डेवलपमेंट तो है ही.

वाराणसी (ब्यूरो)। देश, प्रदेश और शहर के विकास के लिए अब पब्लिक भी अवेयर है। इसीलिए वाराणसी में हर साल टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले तीन सालों में आयकरदाताओं की संख्या बढ़कर 4 लाख 23 हजार 912 हो गई है। वजह सिटी का डेवलपमेंट तो है ही। साथ ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, ट्रेडिंग वगैरह को भी वजह बताया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि टैक्स जमा करने वालों की श्रेणी में डॉक्टर्स सबसे आगे है।

मोदी सरकार के पिछले 10 सालों में टैक्स व्यवस्था में सुधार लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। अगस्त में आई रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार के अधीन टोटल टैक्स कलेक्शन में तीन गुना इजाफा हुआ है। लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि इनमें 60 फीसदी योगदान आयकर दाताओं का है, जबकि 40 फीसदी योगदान कॉर्पोरेट टैक्स का है।

600 से अधिक नर्सिंग होम

डेवलपमेंट को देखते हुए शहर में बिहार, झारखंड के अलावा पूरे पूर्वांचल से कई डॉक्टर यहां अपना नर्सिंग होम और हॉस्पिटल खोले हैं। किसी का रिंग रोड के किनारे हॉस्पिटल है तो कोई पॉश एरिया में अल्ट्रासाउंड खोलकर अपना बिजनेस कर रहा है। हॉस्पिटल, पैथोलॉजी और नर्सिंग होम की संख्या जिस प्रकार से बढ़ी है। उसी तरह इनकम टैक्स में रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या बढ़ी है। सबकुछ ऑनलाइन होने की वजह से इसका बेनिफिट डिपार्टमेंट को हो रहा है।

बिजनेसमैन भी पीछे नहीं

इनकम टैक्स जमा करने में बिजनेसमैन भी पीछे नहीं हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत पांच धाम बनने के बाद सिटी के आउटर में काफी तेजी से मॉल्स, शोरूम और आउटलेट खुले हैं। सभी अपना ट्रांजेक्शन ऑनलाइन कर रहे हैं।

2020 में तीन लाख थी संख्या

सीए जय प्राधवानी के अनुसार वाराणसी में 2020 में इनकम टैक्स पेयर्स की संख्या तीन लाख के आसपास थी। सिटी में टूरिज्म बढऩे की वजह से बाहर से कई लोग आए और तेजी से होटल, लॉज और काम्प्लेक्स खुलने लगे। कमाई भी उन्होंने काफी की और टैक्स भी अच्छी तरह से जमा किया। हर साल 10 हजार के रेसियो से टैक्सपेयर्स में इजाफा हुआ है। वर्तमान में टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़कर 3 लाख 32 के आसपास हो गयी है।

625 करोड़ रुपए इनकम टैक्स

आयकर विभाग, वाराणसी में 4 लाख 23 हजार 912 करदाता हैं। वर्ष 2023-24 में 625 करोड़ रुपये टैक्स मिला। जबकि वर्ष 2022-23 में 494 करोड़ था। विभाग के अधिकारियों की मानें तो टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ी है। टैक्स जमा करने वालों में डॉक्टर सबसे आगे है। हर साल टैक्स का जो अमाउंट होता है। उसे वह रिटर्न में शो करते हैं। इस वजह से डॉक्टर्स से टैक्स कलेक्शन के बाद बिजनेसमैन से टैक्स कलेक्शन का ग्राफ सबसे अच्छा है।

फैक्ट फीगर

फाइनेंशियल ईयर ---- टैक्स पेयर

2023-24 -------- 4,23,912

2022-23 --------- 4,10,212

2022-23 --------- 4,00,500

इन वजह से बढ़े टैक्सपेयर्स

- ऑनलाइन ट्रेडिंग

- प्रॉपर्टी की सेल भी ऑनलाइन

- ऑनलाइन बिजनेस

- रियल एस्टेट सेक्टर

- म्युचुअल फंड

- हास्पिटल, नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड

वाराणसी में चारों तरफ डेवलपमेंट होने से अन्य शहरों से काफी डॉक्टर्स यहां पर आकर हॉस्पिटल संचालन कर रहे हैं। हर साल वह रिटर्न समय से फाइल करते हैं।

कमलेश अग्रवाल, सीए

होटल, लॉज, ऑनलाइन ट्रेडिंग, म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट काफी तेजी से बढ़ा है। हर कोई कमाई करना चाहता है और टैक्स भी ईमानदारी से जमा कर रहे हैं।

जय प्राधवानी, सीए

Posted By: Inextlive