Varanasi news, इस्कान मंदिर महाभिषेक में प्रभु को माताओं ने लगाया 5100 गुझियों का भोग, श्रीराधा कृष्ण संग खेली फूलों की होली
वाराणसी (ब्यूरो)। दुगाकुंड स्थित इस्कान मंदिर में फूलों की होली खेली गयी। अवसर था श्री चैतन्य महाप्रभु के प्राकट्योत्सव ,गौर पूर्णिमा, का जो रविवार को मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर वृन्दावन की फूलों की होली का आयोजन किया गया, जिसमें भगवान श्री श्री राधा कृष्ण की रासलीला एवं फूलों की होली पर आधरित सांस्कृतिक नृत्य की मनोरम प्रस्तुति दी गई। इस्कॉन मंदिर, द्वारका (नई दिल्ली) से विशेष तौर पर पधारे निकेत प्रभु की टीम ने हरे कृष्ण महामंत्र पर आधारित रॉक कीर्तन द्वारा वातावरण को कृष्ण भक्ति की ऊर्जा से सराबोर कर दिया.प्रारंभ में कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने की.
ठंडाई का वितरणतदोपरांत चैतन्य महाप्रभु एवं उनके बड़े भाई श्री नित्यानंद प्रभु का इस्कॉन मंदिर के पुजारी एवं ब्राह्मण भक्तों द्वारा महाअभिषेक किया गया। अभिषेक में दूध ,दही, घी, शहद, चीनी, फलों के रस, फूलों, इत्र सहित कई प्रकार की सामग्री का प्रयोग किया गया। भगवान श्री श्री गौर निताई को इस्कॉन मंदिर की श्रद्धालु माताओं द्वारा विशेष तौर पर तैयार किये गए 5100 गुझियों का विशेष भोग अर्पण किया गया। साथ ही होली के शुभ अवसर पर विश्वप्रसिद्ध बनारसी ठंडाई भी सभी आगंतुकों को महाप्रसाद के तौर पर वितरित की गई्र.
होली की बधाईइस्कॉन मंदिर के चेयरमैन अच्युत मोहन प्रभु ने सभी को होली एवं गौर पूर्णिमा पर्व की बधाई दी्। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में डॉ। दीपक मधोक, डॉ। भारती मधोक, अमरीश सिंह, मुरारी गुप्त प्रभु, धवल कृष्ण प्रभु, रसिक गोविंद प्रभु, रामकेशव प्रभु, केशव स्वरूप प्रभु,घनश्याम प्रभु, साक्षी मुरारी प्रभु मौजूद थे.