जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में एक और अध्याय जुड़ गया है. पहले जहां ओपीडी में चिकित्सकीय परामर्श लेने के बाद मरीजों को पैथोलॉजी लैब टेस्ट कराने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था उससे अब राहत मिल गई है

केस-1

चोलापुर निवासी प्रदीप मिश्रा (32) ने सीएचसी चोलापुर में शुगर और केएफटी की जांच करवाई, जिसकी रिपोर्ट उन्हें महज चार घंटे में मोबाइल पर प्राप्त हो गई। ऐसा होने से उन्हें जांच रिपोर्ट के लिए सीएचसी जाने के बाद दोबारा से लाइन में नहीं लगना पड़ा।

केस-2

चोलापुर की प्रियंका (22) ने भी सीएचसी चोलापुर में जाकर सीबीसी की जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट उन्हें मोबाइल पर ही मिल गई। प्रियंका का कहना है कि दूसरे दिन जब सीएचसी गईं तो महज आधे घंटे में डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाकर वापस आ गईं।

वाराणसी (ब्यूरो)जिले के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में एक और अध्याय जुड़ गया है। पहले जहां ओपीडी में चिकित्सकीय परामर्श लेने के बाद मरीजों को पैथोलॉजी लैब टेस्ट कराने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था, उससे अब राहत मिल गई है। मरीजों को जांच और उसकी रिपोर्ट के लिए चक्कर न लगाना पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए 'लैब मित्राÓ नाम से की गई ऑनलाइन पैथोलॉजी की पहल सफल हो गई है। इससे अब मरीजों को अस्पताल में जांच के बाद उसकी रिपोर्ट घर बैठे उनके मोबाइल पर ही भेजी जा रही है। इससे अब मरीजों को दूसरे दिन अस्पताल में आकर फिर से लाइन लगाने से छुटकारा मिल गया है। खास बात ये है कि बनारस में पूरी तरह से सफल हो चुके इस मॉडल को आधार बनाकर अब इस सुविधा को पूरे प्रदेश में 'लैब रिपोर्टÓ के नाम शुरू किया गया है.

एक साल में 1.5 लाख ने लिया लाभ

सीएमओ ने बताया, यह एक सशक्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। जिले में यह सुविधा सभी राजकीय चिकित्सालयों व सीएचसी समेत 19 चिकित्सा इकाइयों में है। सरकारी अस्पतालों के मरीजों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है। यहां आने के बाद मरीज की किसी भी प्रकार की जांच हो, उसकी रिपोर्ट मरीज घर पर बैठे अपने मोबाइल पर देख सकते हैं। सीएमओ ने बताया, अप्रैल 2023 से लेकर अब तक डेढ़ लाख से अधिक मरीज 'लैब मित्राÓ रिपोर्ट का लाभ ले चुके हैं। सरकारी चिकित्सा इकाइयों पर मौजूद लैब मित्र सुविधा को लेकर समन्वय बनाए रखने के लिए जिला सलाहकार (तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ) डॉ। सौरभ सिंह और प्रोजेक्ट कोओर्डिनेटर आशुतोष सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

कैसे काम करता है पोर्टल

प्रोजेक्ट कोओर्डिनेटर आशुतोष सिंह ने बताया, 'लैब मित्राÓ पोर्टल के इस्तेमाल से सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर के पर्चे के अनुसार प्रयोगशाला जांच के लिए रजिस्टर्ड किया जाता है। जांच के बाद सिस्टम एक ऑनलाइन रिपोर्ट तैयार करता है, जो मरीज के फोन नंबर पर टेक्स्ट मैसेज पर एक लिंक प्रारूप में भेजता है। इस लिंक पर क्लिक करने पर मरीज अपनी पूरी लैब टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त कर सकता है। यही नहीं मरीज भविष्य में भी 'लैब मित्राÓ के पोर्टल द्यड्डड्ढद्वद्बह्लह्म्ड्ड1ठ्ठह्य.ष्शद्व पर जा कर अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।

इम्पॉर्टेंट फैक्ट

4 घंटे में सीएचसी पर जांच की रिपोर्ट मरीज के मोबाइल पर भेज दी जाती है

12 घंटे बाद सरकारी अस्पताल में जांच की रिपोर्ट मोबाइल पर चली जाती है.

यहां उपलब्ध सुविधा

1. डीडीयू राजकीय चिकित्सालय

2. एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय

3. जिला महिला चिकित्सालय

4. एलबीएस चिकित्सालय रामनगर

5. एसवीएम राजकीय भेलूपुर

6. शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड

7. शहरी सीएचसी सारनाथ

8. सीएचसी चोलापुर

9. सीएचसी मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ)

10. सीएचसी हाथी बाजार (सेवापुरी)

11. सीएचसी नरपतपुर (चिरईगांव)

12. शहरी सीएचसी चौकाघाट

13. शहरी सीएचसी काशी विद्यापीठ

14. सीएचसी गंगापुर (पिंडरा)

15. सीएचसी अराजीलाइन

16. शहरी सीएचसी शिवपुर

17. सीएचसी बिरांवकोट (बड़ागांव)

18. सीएचसी गाजोखर

19. सीएचसी फूआरी कला

पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट को लेकर मरीजों को लंबी लाइन से छुटकारा दिलाने के लिए 'लैब मित्रÓ पिछले साल मार्च शुरू किया गया था, यह एक सशक्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। एक साल में डेढ़ लाख से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिल चुका है।

डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ

Posted By: Inextlive