गंगा नदी के जलस्तर ने अब भक्तों के दर्शन में भी रोड़ा खड़ा कर दिया है. गंगा नदी का जलस्तर बढऩे से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने तीन द्वार से भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया है. इनमें ललिता घाट सिल्को खोया गली द्वार संख्या 4 एवं सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार शामिल है.

वाराणसी (ब्यूरो)। गंगा नदी के जलस्तर ने अब भक्तों के दर्शन में भी रोड़ा खड़ा कर दिया है। गंगा नदी का जलस्तर बढऩे से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने तीन द्वार से भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया है। इनमें ललिता घाट, सिल्को खोया गली द्वार संख्या 4 एवं सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार शामिल है। इन द्वार से श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश संभव नहीं है, जबकि गोदौलिया क्रॉसिंग (गेट सं 04) तथा नंदू फरिया गेट 4 से प्रवेश की व्यवस्था पूर्ववत रहेगी।

अंतिम सोमवार को लंबी रहेगी लाइन

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि गंगा के जलस्तर को देखते हुए तीन द्वार बंद होने से अंतिम सोमवार को भक्तों की लाइन काफी लंबी रहेगी लेकिन सुरक्षा-व्यवस्था का इंतजाम पूर्ववत की तरह रहेगा।

ललिता घाट पर पुलिस तैनात

ललिता घाट पर भक्त न जाने पाए, इसको देखते हुए पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। इसके बाद सेवादारों को भी रखा गया है। कोई भक्त अगर जा रहा है तो उसे वह वापस कर दिया जा रहा है।

श्रद्धालुओं से अपील

गोदौलिया-मैदागिन सड़क मार्ग से आने वाले दर्शनार्थियों से मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि दर्शन के लिए धाम में प्रवेश के लिए दर्शनार्थियों की कतार आते समय जहां से भी शुरू हो रही, वहीं से वे दर्शन के लिए कतार में लग जाएं। सीधे प्रवेश द्वार तक आने पर प्रवेश दिया जाना संभव नहीं होगा और वापस कतार में सबसे पीछे जाना पड़ेगा।

समय अधिक लगेगा

प्रवेश द्वार सीमित होने के कारण दर्शन में अपेक्षाकृत अधिक समय लग सकता है, अत: अपने स्वास्थ्य एवं सुविधा का ध्यान रखते हुए ही श्रावण सोमवार पर्व पर दर्शन हेतु कार्यक्रम बनाएं।

प्रोटोकाल संभव नहीं

आगामी श्रावण सोमवार 12 अगस्त को किसी भी तरह के प्रोटोकॉल दिया जाना संभव नहीं होगा। किसी भी प्रकार के कार्ड पर विशेष कतार की सुविधा अथवा भिन्न प्रवेश कराया जाना भी संभव नहीं है। अत: किसी भी विशेष व्यवस्था की अपेक्षा न करें, सभी दर्शनार्थी भक्त मंदिर न्यास के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। तथा न्यास सभी को यथासंभव सर्वोत्तम सेवा एवं सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

नियम का पालन करें

विश्व भूषण मिश्रा का कहना है कि श्रावण सोमवार पर्व के लिए नियत व्यवस्था का अनुपालन करते हुए पंक्तिबद्ध होकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने की मनोदशा बनाकर ही दर्शन के लिए आएं।

यह द्वार हुए बंद

-ललिता घाट

-सिल्को खोया गली द्वार संख्या 4

-सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार

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गंगा के जलस्तर में घटाव जारी

गंगा का जलस्तर लगातार दूसरे दिन भी घटाव पर रहा। बीते 24 घंटों (शुक्रवार रात आठ बजे से शनिवार रात आठ बजे तक ) में 45 सेंटीमीटर पानी पीछे हट चुका है। घटाव अब भी जारी है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार को सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 68.92 सेंटीमीटर रहा। वहीं, पूरे दिन दो सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पीछे होता जलस्तर रात आठ बजे तक 68.68 मीटर पर पहुंच चुका था। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि जलस्तर एक बार फिर बढ़ेगा। चूंकि पहाड़ों पर मानसून की हलचल बढ़ी है और एक बार फिर बारिश शुरू होते ही पहाड़ों का पानी मैदानी भाग में उतरते हुए गंगा की सहायक नदियों को जलराशि से लबालब करेगा। इन नदियों का पानी गंगा में आते ही जलस्तर का बढऩा तय है।

Posted By: Inextlive