जीएसटी में 1500 एमेडमेंट में व्यापारी उलझ कर रह गए हैं. न ही कारोबार हो पा रहा है और न ही ढंग से व्यापार कर पा रहे हंै. विसंगतियों से हताश इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के बैनर तले उद्यमी व व्यापारी मंडुआडीह स्थित होटल में एकजुट और नाराजगी जताई.

वाराणसी (ब्यूरो)। जीएसटी में 1500 एमेडमेंट में व्यापारी उलझ कर रह गए हैं। न ही कारोबार हो पा रहा है और न ही ढंग से व्यापार कर पा रहे हंै। विसंगतियों से हताश इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के बैनर तले उद्यमी व व्यापारी मंडुआडीह स्थित होटल में एकजुट और नाराजगी जताई। सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर चौधरी ने कहा कि जीएसटी के प्रावधानों में लगातार हो रहे परिवर्तन से कारोबार करना मुश्किल हो गया है। जीएसटी विभाग द्वारा उद्यमियों के उत्पीडऩ तथा शोषण की लगातार शिकायतें मिल रही है। जाने अनजाने की गई गलतियों की बड़ी सजा उद्यमी भुगत रहे हैं। आज उद्यमी अपना उद्योग कम विभाग का क्लर्क ज्यादा प्रतीत होता है। प्रतिमाह तमाम विभागों द्वारा उद्योग से संबंधित जानकारियां कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन देनी होती है, विभाग इसे भी संतुष्ट नहीं होता है। उनके कार्यालय जाकर संबंधित प्रपत्रों की हार्ड कॉपी भी देनी पड़ती है।

उद्यमियों को किया जागरूक

प्रोग्राम में चार्टर्ड अकाउंटेंट जीडी दुबे ने नए प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। एडवोकेट शुभम श्रीवास्तव ने कामर्शियल कोर्ट की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।

सेमिनार में यह हरे मौजूद

सेमिनार का संचालन द स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव नीरज पारीक तथा धन्यवाद प्रस्ताव आईआईए के वाराणसी के चेयरमैन मनीष कटारिया ने किया। सेमिनार में राजेश भाटिया, प्रशांत अग्रवाल, अनुपम देव, श्रीनारायण खेमका, प्रेम मिश्रा, अशोक जायसवाल, सर्वेश अग्रवाल, ओपी बदलानी, पंकज अग्रवाल, सुरेश पटेल, सुनील अग्रवाल, राकेश जायसवाल, हर्षद तन्ना, अभिषेक अग्रवाल के अलावा मऊ, जौनपुर, गाज़ीपुर, मिर्जापुर, भदोही आजमगढ़ सहित आस सभी जिलों के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive