बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था को लेकर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार को कड़ी चेतावनी दी है. वे शुक्रवार को जल निगम के फील्ड हास्टल संगम से वाराणसी की विद्युत व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे

वाराणसी (ब्यूरो)। बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था को लेकर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार को कड़ी चेतावनी दी है। वे शुक्रवार को जल निगम के फील्ड हास्टल संगम से वाराणसी की विद्युत व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने वाराणसी की विद्युत आपूर्ति में आ रही गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर कहा कि विगत ढाई वर्ष से बनारस की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई। आपूर्ति संबंधित समस्याएं यथावत हैं।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बनारस की विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए 1500 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। फिर भी परिणाम धरातल पर नहीं आ रहा। उन्होंने गड़बड़ी करने वालों, कार्यों में शिथिलता व लापरवाही बरतने वाले विद्युत कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। बनारस शहर के सभी ओवरलोड ट्रांसफार्मर, जर्जर पोल, लाइन को तत्काल बदलने को कहा। चेताया कि विद्युत आपूर्ति को लेकर कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। वाराणसी की विद्युत व्यवस्था को कटौती मुक्त बनाना है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। विद्युत व्यवधान कम करने के लिए विद्युत उपकरणों, ट्रांसफार्मर, पोल, लाइन, मीटर, फ्यूज आदि की कमी न रहे। विद्युत व्यवस्था के लिए पैसा भरपूर दिया जा रहा है। आपूर्ति व्यवस्था को सु²ढ़ करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आजमगढ़ के बहादुरपुर गांव में 10 केवीए का ट्रांसफार्मर जलने से वहां की विद्युत व्यवस्था कुछ दिन पहले खराब हुई थी, जिसके लिए ग्रामीणों ने आंदोलन किया था। वहीं एमडी पूर्वांचल शंभू कुमार ने अपनी सफाई में कहा कि बनारस में 80 प्रतिशत ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं। वर्ष 2024-25 में बिजनेस प्लान के तहत 535 जगहों पर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई। 303 जगहों पर 250 केवीए के नए ट्रांसफार्मर लगाए गए। 94 स्थानों पर जर्जर लाइनों का सु²ढ़ीकरण किया गया। आनलाइन बैठक में नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, सचिव अजय शुक्ला, यूपीपीसीएल के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, निदेशक नगरीय निकाय अनुज झा के साथ ही वाराणसी के मुख्य अभियंता, अधिक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता शामिल थे।

Posted By: Inextlive