दुनिया घूमना वो भी अपने पेट के साथ ये तो हर एक एनिमल लवर का सपना होता है. वह हर जगह अपने पेट को अपने साथ लेकर ही जाना चाहते हैं. तो आप सभी एनिमल लवर के लिए खुशखबरी है. अब आप अपने पेट के साथ टूर एंड ट्रेवल के माध्यम से जर्नी कर सकते हैं.

वाराणसी (ब्यूरो)। दुनिया घूमना वो भी अपने पेट के साथ ये तो हर एक एनिमल लवर का सपना होता है। वह हर जगह अपने पेट को अपने साथ लेकर ही जाना चाहते हैं। तो आप सभी एनिमल लवर के लिए खुशखबरी है। अब आप अपने पेट के साथ टूर एंड ट्रेवल के माध्यम से जर्नी कर सकते हैं। इसके लिए टूर एंड ट्रेवल वाले पेट्स के लिए पास भी बना रहे हैं, जिसमें आप जहां चाहें, वहां पर अपने पेट के साथ यात्रा कर सकते हैं और अपने पेट के साथ ही ट्रेकिंग भी कर सकते हैं।

पेट के लिए बनवाए पास

सभी लोग अपने पेट्स के साथ जर्नी करने के लिए उनका पास बनवा रहे हैं। वैसे तो ट्रेन में भी पेट अलाउड हैं, पर उसमें डॉग को सीट मिलना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि पूरी ट्रेन में बस दो ही डॉग ट्रेवल कर सकते हैं। इसलिए कई बार पेट ओनर को अपने पेट्स को घर में ही छोड़ कर घूमना जाना पड़ता है। पर अब उन्हें टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। टूर एंड ट्रेवल वाले उनकी जर्नी को तो यादगार बनाएंगे। साथ ही यात्रा के दौरान वह ऐसे ही रेस्टोरेंट में लेकर जाते हैं, जो कि पेट फ्रेंडली हो। बस आपको अपने पेट के साथ यात्रा के लिए निकल जाना है। बाकी सब टूर एंड ट्रेवल वालों पर छोड़ दीजिए।

क्या है चार्ज

आप जहां पर भी घूमने जाएंगे। उस जगह का जितना भी टूर पैकेज होगा उसका आधा पैसा आपके पेट का होगा। जैसा की अगर आप मनाली घूमने गए और आपका 4 दिन 3 रात का टूर पैकेज 30 हजार तक है तो आपके पेट का किराया 15 हजार तक आपको पे करना होगा, जिसमें आपके पेट को खाना खिलाना उसका ध्यान रखना ये सभी जिम्मेदारी भी टूर एंड ट्रेवल वालों की ही होती है। इस समय पेट ओनर सबसे ज्यादा मनाली, शिमला, केदारनाथ, ऋषिकेश ट्रेवल करने जा रहे हैं। ध्यान रखें कि सफर करने के पहले अपने पेट का हेल्थ सर्टिफिकेट बनवा लें।

ट्रेन में ऐसे करें पेट के साथ यात्रा

पेट्स को छोड़कर कहीं जाना न आपको खुशी देता है और न आपके पेट को। ऐसे में आप ट्रेन में अपने पेट्स को साथ ले जा सकते हैं, जिससे आप भी चिंतित नहीं रहेंगे और न ही आपका पेट मायूस होगा। भारतीय रेल कुछ कोच में पेट्स को ले जाने की अनुमति देता है। ट्रेन से अपने पेट के साथ ट्रेवल करना न सिर्फ सरुक्षित है बल्कि सस्ता और आरामदायक भी है।

फस्र्ट क्लास एसी में सफर

अपने पेट के साथ ट्रेन में सफर करने के लिए आपको फस्र्ट क्लास एसी का ही टिकट बुक करना होगा। ध्यान रखें कि इसके अलावा एसी स्लीपर कोच, सेकेंड क्लास कोच, 2 टियर, 3 टियर या फिर एसी चेयर कार कोच में पालतू जानवरों को ले जाने की अनुमति नहीं है। फस्र्ट क्लास एसी में भी आपको या तो कूप बुक कराना होगा या फिर केबिन। कूप में दो बर्थ होती हैं और केबिन में चार बर्थ होती हैं। एक बार आपका टिकट कंफर्म हो जाए, तो अपने टिकट की कॉपी लें और मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी को एक आवेदन पत्र लिखें। इससे आपको केबिन या कूप ही दिया जाएगा और आपके अलावा उसमें कोई और नहीं होगा। सफर करने से पहले अपने पेट जानवर का हेल्थ सर्टिफिकेट बनवा लें।

हेल्थ सर्टिफिकेट जरूरी

ध्यान रखें कि इसकी दो कॉपी बनवाएं। फिर अपने आधार कार्ड की भी दो कॉपी करवा लें। साथ ही टिकट की भी कॉपी निकलवा लें। पेट के हेल्थ कार्ड जिसमें सभी वैक्सीन के बारे में बताया हो, उसकी भी कॉपी करवा लें। प्रस्थान समय से लगभग 4 घंटे पहले आपको अपने केबिन या कूप की पुष्टि मिल जाएगी। एक बार केबिन या कूप की पुष्टि हो जाए, तो प्रस्थान से कम से कम 2 घंटे पहले स्टेशन पर पहुंच जाएं। फिर पार्सल कार्यालय जाएं। वहां आपको अपने पालतू जानवर का हेल्थ सर्टिफिकेट, आपके आधार व टिकट की कॉपी और टीकाकरण काड्र्स की कॉपी जमा करवानी होगी। वे आपके पेट के वजन के हिसाब से पार्सल शुल्क लगाएंगे।

अगर आप अपने पेट के साथ यात्रा करना चाहे तो कर सकते हैं। पर उसके लिए आपको कई रूल्स को फॉलो करना होगा, जिससे आपके साथ यात्रा करने वाले को प्रॉब्लम न फेस करनी हो।

अभिषेक, टूर एंड ट्रेवल

आप अपने पेट के साथ यात्रा करने की सोच रहे है तो उसका हेल्थ सर्टिफिकेट जरूर बनवा ले। तभी आप पेट के साथ ट्रेवल कर पाएंगे।

जयंत जायसवाल, टूर एंड ट्रेवल

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Posted By: Inextlive