15 नवंबर 2012 की सुबह ऊंचगांव में ज्योतिषी रमेश तिवारी की उनके घर पर चढ़कर पुलिस वर्दी में आए दो बदमाशों ने कार्बाइन व पिस्टल से गोलियां चलाकार हत्या कर दिया था. गोलीकांड में रमेश के भाई राजेश भी घायल हुए थे. मृतक के भाई उमेश तिवारी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया था.


वाराणसी (ब्यूरो)। जौनपुर में मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषी रहे रमेश तिवारी की सरपतहां के ऊंचगांव में गोली मारकर की गई हत्या के मामले में दोनों पक्षों की तरफ से बहस पूरी हो चुकी है। सोमवार को बहस पूर्ण होने के बाद अपर सत्र न्यायाधीश रूपाली सक्सेना ने फैसले के लिए 20 अगस्त तिथि नियत किया है।

15 नवंबर 2012 की सुबह ऊंचगांव में ज्योतिषी रमेश तिवारी की उनके घर पर चढ़कर पुलिस वर्दी में आए दो बदमाशों ने कार्बाइन व पिस्टल से गोलियां चलाकार हत्या कर दिया था। गोलीकांड में रमेश के भाई राजेश भी घायल हुए थे। मृतक के भाई उमेश तिवारी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया था। आरोपितों के मोबाइल काल डिटेल के आधार पर शूटर विपुल ङ्क्षसह,हत्या के षड्यंत्र में धीरेंद्र ङ्क्षसह,झारखंडे ङ्क्षसह, सूबेदार ङ्क्षसह, कौशल किशोर ङ्क्षसह, विजय बहादुर ङ्क्षसह, वीरेंद्र बहादुर ङ्क्षसह,लाल शंकर उपाध्याय ,अमित उर्फ पंडित, अरङ्क्षवद, शैलेंद्र, तन्नू ङ्क्षसह व अमरजीत ङ्क्षसह का नाम प्रकाश में आया। आरोपित झारखंडे ङ्क्षसह की मृत्यु हो चुकी है। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड की जांच तत्कालीन प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार के नेतृत्व में हो रही थी। शूटर शेर बहादुर ङ्क्षसह की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो चुकी है। 13 आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र पुलिस ने प्रस्तुत किया। सभी गिरफ्तार हुए। सभी की जमानत हुई। आरोपित धीरेंद्र की जमानत सुप्रीम कोर्ट से हुई।

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