Varanasi news: कस्टम क्लीयरेंस से साइबर फ्रॉड, प्रयागराज में एक डॉक्टर से 1.40 करोड़ की ठगी, वाराणसी में भी आए कॉल
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए पैैंतरे आजमाते रहते हैं। कभी उनको सीबीआई ऑफिसर बनकर कॉल करते हैं तो कभी मुबंई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर अपना शिकार बनाते हैं। कई बार लोगों को लुभाने वाले ऑफर देकर भी वह उनसे पैसे लूट लेते हैं। पर इस बार साइबर ठगों ने कस्टम क्लीयरेंस वालों की आड़ लेकर जालसाजी शुरू की है। वे लोगों से तुरंत पैसे न लेकर कुछ समय बाद पैसों की मांग करते हैं, जिससे किसी को उन पर शक न हो। इसी के चलते वाराणसी में चार साल में अब तक 82 करोड़ की ठगी हुई है।
इस तरह फंसाते हैं साइबर ठगइस साल साइबर ठगों ने गवर्नमेंट अधिकारी बनकर लोगों को कॉल की। सीबीआई ऑफिसर से लेकर वह मुबंई क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी बने। साथ ही जितने भी फेस्टिवल आए, उसमें साइबर ठगों ने लोगों को नंबर पर खूब आकर्षित करने वाले ऑफर्स के लिंक भेजे। कई ने तो फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ ठगी की। लोगों से ऐप डाउनलोड करा कर भी ठगी की गई। पढ़े-लिखे से लेकर अनपढ़ तक इस साल साइबर ठगी के शिकार हुए। वाराणसी के साइबर एक्सपर्ट की मानें तो 2024 में अभी तक 15 करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी लोगों के साथ हुई।
इन नंबर्स से आए कॉल -8071170311 -8071205070 -9702435847 -7022947373 -9742278582 -1205009433 -1205009438 -9043968511 -7899563051 -1205009419 काशी जोन के लोग सर्वाधिक शिकार साइबर जालसाजों के झांसे में सबसे अधिक काशी जोन के लोग फंसते हैं। पोर्टल पर दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार 2019 से दिसंबर 2023 तक 14,25,99,705 रुपए की ठगी हुई थी। इसमें पुलिस ने 1,25,18,498 रुपए होल्ड और 33,79,055 रुपए वापस कराए। दूसरे नंबर पर वरुणा जोन में 13,78,97,022 रुपए की ठगी हुई थी। इसमें 1,59,32,624 रुपए होल्ड और 4,12,000 रुपए वापस कराए थे। गोमती जोन में 8,33,93,566 रुपये की ठगी हुई थी, जबकि 56,52,096 रुपए होल्ड और 2,19,000 रुपए वापस कराए गए। साइबर थाने में दर्ज आकड़ों के अनुसार अगस्त 2020 से अब तक कुल 220 मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें 11,48,28,417 रुपये की ठगी हुई थी। इसमें 68 ठगों को गिरफ्तार भी किया गया। साल-शिकार लोग-अमाउंट 2021-1820-17 करोड़ 2022-2060-21.5 करोड़ 2023-2700-27.5 करोड़ केस -1शिवपुर की सिमरन नाम की एक महिला के साथ 16 लाख का फ्रॉड हुआ, जोकि एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है। साइबर ठगों ने सिमरन के नंबर पर एक लिंक भेजा और कॉल करके कहा कि मैडम आपके सिम की तरफ से आपको कोई भी चीज इस लिंक से खरीदने पर पर 80 परसेंट तक ऑफ मिलेगा। सिमरन ने जैसे ही उस लिंक पर क्लिक किया, उनके अकाउंट से 16 लाख रुपए की ठगी हो गई।
केस-2 मुगलसराय निवासी राहुल को कॉल आया कि उनका माल कस्टम क्लीयरेंस में रोक लिया गया है, जिसके लिए उन्हें मुबंई क्राइम ब्रांच से कॉल भी आएगी। अगर आप चाहते हैं कि कॉल न आए तो अपने आधार की डिटेल शेयर कर दें, जिससे हम वेरिफिकेशन कर सकें। जैसे ही राहुल ने डिटेल शेयर की। 20 लाख रुपए उनके अकाउंट से गायब हो गए। राहुल ने इसकी शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई। साइबर ठगी से ऐसे बचें -जब भी किसी अनजान नंबर से फोन कॉल या मैसेज आए तो उस पर फौरन क्लिक न करें। -अगर कोई फोन करके खुद को आपका परिचित या करीबी कहे तो पहले कुछ सवाल पूछकर पूरी तसल्ली कर सकते हैं। -अगर आपको आवाज में कुछ भी संदिग्ध लगे तो उससे वीडियो कॉल करने के लिए कहें, इससे फोन करने वाला का चेहरा दिख जाएगा।-अगर अनजान नंबर से फोन कॉल आए और पैसों की मांग की जाए तो आपको सावधान होने की जरूरत है, यह ठगी का तरीका हो सकता है।
-इसके अलावा फोन कॉल पर या फिर मैसेज के जरिए खुद को किसी कंपनी का अधिकारी कहे तो उसके साथ किसी भी तरह की अहम जानकारी जैसे- बैंकिंग डिटेल शेयर न करें। -साथ ही किसी भी ओटीपी या पिन को भी साझा करने से बचें, वरना आपका बैंक खाता खाली हो सकता है। यहां करें कंप्लेन 7839856954 हेल्पलाइन साइबर सेल वाराणसी 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर गृह मंत्रालय का एनसीसीपीआर- नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल साइबर ठग लोगों को आए दिन अपना शिकार बना रहे हैं। इसे रोकने के लिए लोगों में अवेयरनेस की जरूरत है। नहीं तो ये समस्या और बढ़ती जाएगी। सरवणन टी, एडीसीपी, साइबर सेल