त्योहार आते ही अपराधियों की शामत आ गई है. शहर में धनतेरस से लेकर दीपावली तक गोल्ड डायमंड और सिल्वर की जबर्दस्त खरीदारी होती है. इस दौरान पुलिस को अक्सर सर्राफा मार्केट व कारोबारियों से लूट की आशंका होती है. इस तरह की घटना न हो इसके लिए कमिश्नरेट पुलिस ने स्पेशल प्लान तैयार किया है. सबसे पहले जेल से छूटे बदमाशों पर निगरानी रखी जाएगी. साथ ही उनकी जमानत कौन ले रहा है.

वाराणसी (ब्यूरो)। त्योहार आते ही अपराधियों की शामत आ गई है। शहर में धनतेरस से लेकर दीपावली तक गोल्ड, डायमंड और सिल्वर की जबर्दस्त खरीदारी होती है। इस दौरान पुलिस को अक्सर सर्राफा मार्केट व कारोबारियों से लूट की आशंका होती है। इस तरह की घटना न हो, इसके लिए कमिश्नरेट पुलिस ने स्पेशल प्लान तैयार किया है। सबसे पहले जेल से छूटे बदमाशों पर निगरानी रखी जाएगी। साथ ही उनकी जमानत कौन ले रहा है। जेल से छूटने पर कौन व्यक्ति उसे लेने आ रहा है। इन सभी मूवमेंट पर पुलिस की नजर रहेगी। जमानत पर छूटने के बाद किसी ने अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया तो कोर्ट में ऐसे बदमाशों को जमानतदार नहीं मिलेगा। इसके अलावा ढाई हजार से लेकर एक लाख रुपये तक के फरार इनामी बदमाशों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। ऐसे बदमाशों की संख्या 44 है, जिसमें सबसे अधिक 20 बदमाश वरुणा जोन में है।

दोबारा अपराध करने पर नहीं मिलेगा जमानतदार

त्योहार पर सबसे ज्यादा लूट या चोरी की आशंका ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। इसी देखते हुए डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार ने थानेदारों और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए कि जेल से छूटे बदमाशों पर रोजाना नजर रखें। उनकी जमानत कौन ले रहा है। जमानत पर छूटते ही बदमाश ने फिर आपराधिक घटना को अंजाम दिया तो उसे दोबारा जमानतदार नहीं मिलेगा। एसएचओ व चौकी प्रभारियों को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम, आपरेशन मजनू और आपरेशन ईगल के तहत कार्रवाई पर जोर दिया। लूट, चोरी और नकबजनी के पेशेवर अभियुक्तों के खिलाफ गुंडा और गैंगस्टर में कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

तीन लखटकिया अपराधी

वाराणसी कमिश्नरेट में कुल 44 अपराधी हैं जो लंबे समय से फरार हैं। इन पर ढाई हजार से लेकर एक लाख रुपये तक इनाम है। सबसे अधिक वरुणा जोन में 20 बदमाश है। इसके बाद काशी जोन में 19 और गोमती जोन में कुल संख्या पांच है। इन बदमाशों को पकडऩे के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। तय समय में बदमाशी सलाखों के पीछे नहीं होंगे तो संबंधित थाना प्रभारियों पर एक्शन भी हो सकता है। 6 बदमाश 20 हजार इनामी, 9 25 हजार इनामी, तीन 50 हजारी और तीन ही बदमाश एक लाख रुपये के इनामी हैं।

फैक्ट एंड फीगर

-19 कुल इनामी बदमाश काशी जोन पुलिस की पकड़ से दूर।

-20 कुल इनामी बदमाश वरुणा जोन पुलिस की पकड़ से दूर।

-05 कुल इनामी बदमाश गोमती जोन पुलिस की पकड़ से दूर।

नंबर गेम

-06 कुल बदमाश 20 हजार के इनामी।

-09 कुल बदमाश 25 हजार के इनामी।

-03 कुल बदमाश 50 हजार के इनामी।

-03 कुल बदमाश एक लाख के इनामी।

त्योहार के समय में पुलिस सख्ती करेगी तो न सिर्फ बदमाश पकड़े जाएंगे, बल्कि अपराध पर भी अंकुश लगेगा। हमारी कोशिश है कि अभियान चलाकर फरार बदमाशों को 15 दिन के अंदर सलाखों के पीछे पहुंचाने की कोशिश रहेगी। साथ ही अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित की जाएगी।

-डॉ। के एजिलरसन, जेसीपी

Posted By: Inextlive