नगर निगम को डोमरी में 356 बीघा सरकारी भूमि मिली है. सरकारी अभिलेखों में रेता के नाम से दर्ज होने के बावजूद कुछ लोग अवैध रूप से भूमि खनन का कार्य कर रहे थे. पैमाइश कराने के बाद भूमि कब्जे में लेने के लिए निगम ने शुक्रवार को बैरिकेङ्क्षडग शुरू करा दी. करीब 28 बीघा भूमि की बैरिकेङ्क्षडग करा ली गई है. बाजार दर के अनुसार इस भूमि की कीमत करीब 70 करोड़ रुपये होने की संभावना है.

वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम को डोमरी में 356 बीघा सरकारी भूमि मिली है। सरकारी अभिलेखों में रेता के नाम से दर्ज होने के बावजूद कुछ लोग अवैध रूप से भूमि खनन का कार्य कर रहे थे। पैमाइश कराने के बाद भूमि कब्जे में लेने के लिए निगम ने शुक्रवार को बैरिकेङ्क्षडग शुरू करा दी। करीब 28 बीघा भूमि की बैरिकेङ्क्षडग करा ली गई है। बाजार दर के अनुसार इस भूमि की कीमत करीब 70 करोड़ रुपये होने की संभावना है।

महापौर अशोक तिवारी, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा भूमि का मौका-मुआयना कर चुके हैं। गत दिनों निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने इसकी पैमाइश कराकर बैरिकेङ्क्षडग कराने का निर्देश दिया था। अपर नगर आयुक्त सविता यादव के नेतृत्व में राजस्व विभाग व प्रवर्तन दल की टीम ने आराजी संख्या-310 की बैरिकेङ्क्षडग कराते हुए कब्जे में ले लिया। यहां वाराणसी नगर निगम का बोर्ड भी लगा दिया गया है। इसके अलावा निगम ने पिसौर में (आराजी नंबर 677 व 615) में 10 बिस्वा, सुसुवाही में (आराजी नंबर 1164) में 30 बिस्वा सरकारी भूमि को भी कब्जे में ले लिया है। बाजार दर के अनुसार 40 बिस्वा भूमि की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये होने की संभावना जताई गई है।

डेढ़ माह में 96 बीघा लैंडबैंक

नगर निगम डेढ़ माह में करीब 96 बीघा लैंडबैंक बना चुका है। इसमें कैंट स्थित मालगोदाम में करीब चार एकड़ भूमि है। इस प्रकार निगम करोड़ों की भूमि कब्जे में ले चुका है। मालगोदाम पर दवा या अन्य मंडी स्थानांतरित करने की योजना है। इसके अलावा अन्य भूमि पर निगम का स्टोर, मार्केट व अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे।

Posted By: Inextlive