हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बाद काशी की पुलिस भी अलर्ट मोड में है. खासकर रथयात्रा मेला और मुहर्रम का त्योहार भी पडऩे वाला है. इसके बाद सावन शुरू हो रहा है.

वाराणसी (ब्यूरो)। हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने और बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के बाद काशी की पुलिस भी अलर्ट मोड में है। खासकर रथयात्रा मेला और मुहर्रम का त्योहार भी पडऩे वाला है। इसके बाद सावन शुरू हो रहा है। इसको देखते हुए पुलिस क्राउड मैनेजमेंट पर फोकस करना शुरू कर दिया है। इसके लिए रथयात्रा चौराहे के पास टीम ने चक्रमण करना शुरू कर दिया है। विभिन्न आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन पर पुलिस ने फोकस है और इसके लिए कसरत भी की जा रही है।

आयोजकों से सहयोग

एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस चिनप्पा ने बताया कि रथयात्रा मेले में उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए आयोजकों के साथ बैठक की गई है। सभी ने मेले में सहयोग करने को कहा है। रथयात्रा चौराहे के पास से लेकर महमूरगंज तक दोपहिया वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। इसमें आयोजकों से सहयोग करने को कहा गया है। वाहनों का आवागमन बंद रहेगा तो लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी।

7 से रथयात्रा मेला आरंभ

7 जुलाई से रथयात्रा मेला शुरू होगी। मेला को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। सीसीटीवी से भीड़ पर नजर रखी जाएगी। अग्निशमन केंद्र बनाया जाएगा। मेले में लगभग एक हजार से अधिक महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो भीड़ पर नजर रखेंगे।

बैरिकेडिंग की जाएगी

भीड़ को कंट्रोल करने के लिए रथयात्रा चौराहे से ही वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। सिर्फ पैदल ही लोग आ और जा सकेंगे। मेले में लगने वालों दुकानदार भी अपनी दुकानें सड़क के किनारे लगाएंगे जिससे मेले में आए लोगों को दिक्कत न हो।

मुहर्रम को लेकर बैठक जारी

रथयात्रा मेला के इर्द-गिर्द मुहर्रम का भी त्योहार पडऩे वाला है। दोनों त्योहार एक साथ पडऩे के कारण पुलिस के लिए भीड़ को कंट्रोल करना सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि हाथरस में हुए हादसे से लोग हैरान हंै। फिलहाल पुलिस दोनों त्योहार सकुशल संपन्न हो इसके लिए पूरी तैयारी की है। अतिरिक्त फोर्स के साथ ही पुलिस अधिकारियों की टीम एक दिन पहले ही निर्धारित की जाएगी।

सावन की भी तैयारी तेज

रथयात्रा मेला, मुहर्रम के बाद सावन का महीना शुरू हो रहा है। सावन में लाखों कांवरियों की भीड़ आती है। पूरा शहर कांवरियों की भीड़ पटा रहता है। एक महीने तक शहर के कोने-कोने में लगे शिविर में कांवरियों की ही भीड़ रहती है। खासकर गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध तक का क्षेत्र कांवरियों से पटा रहता है। कांवरियों की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए भी पुलिस अलर्ट मोड है।

मंदिर प्रशासन भी तैयार

सावन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले लाखों कांवरियों को दर्शन-पूजन के दौरान कोई दिक्कत न हो, इसके लिए मंदिर परिसर में सभी कर्मचारियों और सेवादारों की टीम को लगाया जाएगा। इसके अलावा चारों गेट पर भी विशेष इंतजाम किया जाएगा, जिससे कांवरियों को कोई दिक्कत न हो।

रथयात्रा मेला की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए आयोजकों के साथ मीटिंग की गयी है। मुहर्रम का भी त्योहार पड़ रहा है। पुलिस के जवानों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया जाएगा।

एस चिनप्पा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर

सावन माह में आने वाले कांवरियों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए सभी द्वार पर सेवादार तैनात रहेंगे। इसके लिए मंदिर के कर्मचारी भी सहयोग करेंगे।

विश्व भूषण, सीईओ, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

फैक्ट फाइल

-अग्निशमन

-बैरिकेडिंग

-मेला क्षेत्र में दोपहिया का आवागमन बंद रहेगा

-सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर

-500 से अधिक पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात

Posted By: Inextlive