वाराणसी : सीएमओ कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शिवप्रताप पांडेय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर स्थानांतरित कर दिया गया. उसके खिलाफ दो शिकायतें मिली थीं. इनमें आरोप लगाया गया था कि शिवप्रताप ने राजनीतिक पहुंच से कुष्ठ रोग विभाग में तैनाती कराई. साथ ही दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने में धन उगाही की. इसकी लिखित शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी एस राजङ्क्षलगम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने जांच की. इसमें आरोप सत्य पाए गए.


वाराणसी : सीएमओ कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शिवप्रताप पांडेय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर स्थानांतरित कर दिया गयाउसके खिलाफ दो शिकायतें मिली थींइनमें आरोप लगाया गया था कि शिवप्रताप ने राजनीतिक पहुंच से कुष्ठ रोग विभाग में तैनाती कराईसाथ ही दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने में धन उगाही कीइसकी लिखित शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी एस राजङ्क्षलगम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने जांच कीइसमें आरोप सत्य पाए गएरिपोर्ट के आधार पर शनिवार को सीएमओ डासंदीप चौधरी ने स्थानांतरण कर दिया नवलपुर बसहीं निवासी राजेश श्रीवास्तव ने सीएमओ को लिखित शिकायत की थी कि मेरी पुत्री जन्म से बोलने-सुनने में अक्षम हैजिसका दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की गईइस कारण चार माह तक भटकना पड़ाइसके पूर्व भी नवापुरा बलुवा निवासी रमेश प्रसाद शर्मा ने सीएमओ को 19 जुलाई को लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि पंदीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में अपनी दिव्यांग पुत्री का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने गया, जहां कर्मचारियों ने कुष्ठ विभाग भेज दियावहां कर्मचारी ने प्रमाणपत्र के लिए पैसा की मांग की

Posted By: Inextlive