पुलिस स्टेशन में ऐसे केस भी पहुंचे जहां पर लड़कों के साथ अभद्रता की गई और उनको इतना परेशान किया कि उनका मेंटल स्टेटस खराब हो गया. पेरेंट्स के कई बार पूछने पर बच्चों ने पूरी बात बताई. पेरेंट्स ने इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन पर की जिसके बाद पुलिस ने स्कूल से बात की और जिन बच्चों के साथ ऐसी घटनाएं हुईं. उ

वाराणसी (ब्यूरो)। क्या आपका बच्चा भी कई दिनों से अजीबो-गरीब व्यवहार कर रहा है और डरा-डरा सा रहता है। अगर ऐसा है तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। क्योंकि इन दिनों छोटे लड़कों के साथ भी उत्पीडऩ जैसी घटनाओं को लोग अंजाम दे रहे हैं। बनारस में ऐसे कई केस सामने आए, जिसमें छोटे किशोरों का इतना उत्पीडऩ किया गया कि वह बाहर निकलने से भी डरने लगे। बच्चों की मेंटल स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि उनकी काउंसलिंग शुरू करनी पड़ी। सिर्फ घर के बाहर ही नहीं बल्कि स्कूल में भी छोटे लड़कों के साथ मिस्बिहैव किया गया। काउंसलिंग के दौरान बच्चे ने बताया कि उसके स्कूल के सीनियर ने उसके कपड़े सबके सामने फाड़ दिए।

लड़कों के साथ हो रही घटनाएं

पुलिस स्टेशन में ऐसे केस भी पहुंचे, जहां पर लड़कों के साथ अभद्रता की गई और उनको इतना परेशान किया कि उनका मेंटल स्टेटस खराब हो गया। पेरेंट्स के कई बार पूछने पर बच्चों ने पूरी बात बताई। पेरेंट्स ने इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन पर की, जिसके बाद पुलिस ने स्कूल से बात की और जिन बच्चों के साथ ऐसी घटनाएं हुईं। उनकी काउंसलिंग भी की। एक बच्चा तो इतना डरा हुआ था कि उसने स्कूल कभी न जाने के लिए कह दिया। पुलिस की काउंसलिंग से बच्चे की परेशानी कम हुई। हालांकि, 17 साल के लड़के से लेकर 25 वर्ष तक के मेल्स के साथ कई लड़कों ने मिलकर गलत किया।

ये आए केस

केस-1

10वीं क्लास के शुभम ने एक स्कूल में न्यू एडमिशन लिया। जहां पर सीनियर ने उसके कपड़े सभी के सामने फाड़ दिए और उसका मजाक बनाया। इतना ही नहीं उसे स्कूल के बाथरूम में बंद कर दिया। शुभम को धमकी दी गई कि अगर उसकी शिकायत स्कूल में की तो बाहर उसे सब मारेंगे। शुभम डर के कारण सबकुछ चुपचाप सहता रहा, पर पेरेंट्स को जब उसके नेचर में बदलाव दिखा तो उन्होंने अपने बच्चे से सारी बात जानी और पुलिस स्टेशन में शिकायत की, जिसके बाद शुभम की काउंसलिंग हुई।

केस-2

10 साल के रौनक के साथ उसके घर के पास रहने वाले एक 40 साल के आदमी ने उसके साथ गलत काम किया, जिससे रौनक को चोटें भी आईं। इस घटना के बाद रौनक इतना डर गया कि वह अपने घर ही नहीं गया। जब रौनक काफी देर घर नहीं आया तो उसके माता पिता ने उसे ढूंढना शुरू कर दिया। रौनक जब मिला तो वह बहुत डर था और उसके शरीर में कई चोटें भी थीं। पुलिस ने उस आदमी को गिरफ्त में लिया, जिसने रौनक के साथ दरिंदगी की थी।

केस-3

कॉलेज से घर की ओर लौट रहे 20 साल के रोहन के साथ उसके पास के रहने वाले 4 लड़कों ने मिलकर गलत किया और गंभीर हालत में उसे वहीं छोड़ कर भाग गए। रोहन के परिवार वालों ने रोहन को पास के अस्पताल में भर्ती कराया और फिर पुलिस स्टेशन मेें शिकायत दर्ज कराई। इस घटना के बाद से रोहन ने घर के बाहर ही निकलना बंद कर दिया। पुलिस ने रोहन के बयान के अनुसार उन लड़कों गिरफ्तार कर लिया।

इस धारा पर होती है कार्रवाई

बीएनएस की धारा 377 के तहत अगर कोई व्यक्ति किसी पुरुष, महिला, पशु के साथ शारीरिक संबध बनाता है तो उसे आजीवन कारावास, या 10 साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही वह जुर्माने से भी दंडित किया जाएगा।

लड़कों के साथ भी इस तरह के उत्पीडऩ हो रहे हैं। अपने बच्चों को सेफ रखें और एक दोस्त बनकर उनकी सारी बात जानें।

ममता रानी, एडीसीपी, वूमेन क्राइम

धारा 377 को 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक घोषित कर दिया था, लेकिन बलात्कार और अप्राकृतिक अपराध की परिभाषा में अभी भी शामिल है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये अपराध गंभीर हैं और उनके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।

विकास सिंह, अधिवक्ता (फौजदारी)

Posted By: Inextlive