मऊ के पढवल निवासी राहुल को समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 9.60 लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को मामला दर्ज किया गया है.


वाराणसी (ब्यूरो)मऊ के पढवल निवासी राहुल को समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 9.60 लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को मामला दर्ज किया गया है। राहुल ने पुलिस को बताया कि लखनऊ आलमबाग क्षेत्र अंतर्गत ओमनगर निवासी अभिषेक प्रताप सिंह ने उससे नौकरी दिलाने के नाम पर 9.60 लाख रुपये की ठगी की है। उसने बताया कि एक मित्र आजमगढ़ जीयनपुर के बांहपुर निवासी मनोज शर्मा के साथ लखनऊ का अभिषेक प्रताप सिंह एक नवंबर 2020 को मेरे घर आया, अभिषेक ने झांसे में लेते हुए राजस्व विभाग में समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पैसे की मांग की। बातचीत के दौरान अभिषेक ने नियु1ित पत्र जारी होने के पूर्व आठ लाख व बाद में दो लाख रुपये देने की शर्त रखा। राहुल ने अभिषेक को उसी दिन 80 हजार नकद दे दिया, इसके कुछ दिनों बाद राहुल ने अपने रिश्तेदार से कर्ज लेकर अभिषेक को घर बुलाकर दोबारा पांच लाख रुपये दिया। इसके बाद राहुल ने अभिषेक कि पत्नी के खाते में 3.80 लाख रुपये जमा कराया। इसके बाद अभिषेक ने राहुल के मेल पर फर्जी नियु1ित पत्र भेजा। जिसमें 26 फरवरी को योगदान देने कि तिथि अंकित था। नियु1ित पत्र मिलने पर राहुल के खुशी का ठिकाना नहीं रहा, इसके बाद अभिषेक योगदान देने से पूर्व चिकित्सकीय परीक्षण व प्रमाण पत्र सत्यापन के के लिए शेष धनराशि की मांग किया। राहुल ने अभिषेक के घर उसे एक लाख रुपये नकद दिया। 26 फरवरी को जब वह नियु1त पत्र लेकर लखनऊ स्थित सचिवालय पहुंचा तो पांव तले जमीन खिसक गई। वहां पहुंचने पर पता चला कि उसके साथ फर्जीवाड़ा व ठगी हुई है। जब वह अभिषेक से दी गई धनराशि वापस मांगने पहुंचा तो वह गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहा है। काफी प्रयास के बाद जब वह धनराशि नहीं दिया तो कोतवाली पुलिस में गुहार लगाया। यहां इस बाबत प्राथमिक की दर्ज नहीं की गई। काफी इंतजार करने के बाद पीडि़त राहुल ने न्यायालय की शरण लिया। न्यायालय के आदेश पर अंतत पुलिस ने गुरुवार को प्राथमिक की पंजीकृत किया है।

Posted By: Inextlive