कैंट रेलवे स्टेशन के सामने का जाम अब भी पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बना हुआ है. ई-रिक्शा का संचालन बाधित होने के बावजूद जाम की स्थिति पैदा हो रही है. पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया तो पता चला कि रोडवेज बस की वजह से भी यहां जाम लगता है.

वाराणसी (ब्यूरो)। कैंट रेलवे स्टेशन के सामने का जाम अब भी पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बना हुआ है। ई-रिक्शा का संचालन बाधित होने के बावजूद जाम की स्थिति पैदा हो रही है। पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया तो पता चला कि रोडवेज बस की वजह से भी यहां जाम लगता है। कैंट रोडवेज स्टेशन के अंदर जगह कम होने की वजह से बसें सड़क पर ही खड़ी रहती हैं, जिसकी वजह से भी अक्सर जाम लगता है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने डीएम एस। राजलिंगम समेत अन्य अधिकारियों के साथ कैंट पर लगने वाले जाम पर गहन चर्चा की। इस दौरान संयुक्त रूप से निर्णय लिया गया कि अपर नगर मजिस्ट्रेट/अपर पुलिस उपायुक्त यातायात, नगर निगम के अधिकारियों द्वारा रोडवेज बस अड्डे को स्थानान्तरित के लिए अन्यत्र जगह चिन्हित करेंगे। साथ ही शहर में जाने के लिए सिटी बस/फीडर बस भी चलेगी। जल्द ही इसका प्रस्ताव और कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करेंगे।

कैंट से एक हजार बसों की आवाजाही

कैंट बस डिपो के पास कुल 538 रोडवेज बसें हैं। इसके अलावा रोजाना अन्य डिपो से भी लगभग इतनी बसों का आगमन भी कैंट बस अड्डे पर होता है। यानी कुल मिलकर लगभग 1000 बसों की आवाजाही रोजाना होती है। इसके अलावा 120 सिटी बसें भी इसी रोडवेज डिपो परिसर से संचालित होती हैं। एक अनुमान के तहत रोडवेज बस अड्डे में अधिकतम सौ से डेढ़ सौ बसें ही खड़ी हो सकती हैं। यही वजह है कि अन्य डिपो से आने वाली बसें डिपो के अंदर न जाकर बाहर ही खड़ी रहती हैं। इससे अक्सर जाम लगता है।

रोजाना 20 हजार यात्रियों का आवागमन

कैंट रोडवेज बस स्टेशन से काठमांडू, नई दिल्ली, आगरा, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर समेत पूर्वांचल भर में बस सेवाएं हैं। सिटी और रोडवेज की बसें कैंट स्टेशन से ही संचालित होती हैं। यहां से रोजाना 15 से 20 हजार यात्रियों का आवागमन होता है। यात्रियों की संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम वाराणसी परिक्षेत्र का अंतरराज्यीय कैंट बस अड्डा अत्याधुनिक बनाया जाएगा। पूर्वांचल का ऐसा पहला बस अड्डा होगा, जहां एक साथ 1000 बसें खड़ी हो सकेंगी। बस अड्डे का विस्तार होना है। क्षेत्रीय कार्यशाला और काशी डिपो का कार्यशाला हरहुआ स्थित वाजिदपुर में शिफ्ट होने के बाद बस अड्डे का कायाकल्प होना है। मुख्यालय स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है।

वर्जन।

कैंट रेलवे स्टेशन के पास रोडवेज बस अड्डा और उप्र परिवहन निगम के अनुबंधित बसों की संख्या ज्यादा होने से अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में रोडवेज बस अड्डे को स्थानान्तरित कर अन्यत्र जगह चिन्हित करने पर चर्चा हुई है। संबंधित अधिकारियों को कार्य योजना बनाने के लिए कहा गया है।

मोहित अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive