केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार सुबह 11 बजे संसद में पीएम मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया. बजट पर देश की धार्मिक नगरी काशी के उद्यमियों व कारोबारियों ने इस बजट को संतुलित बताया.

वाराणसी (ब्यूरो)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार सुबह 11 बजे संसद में पीएम मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया। बजट पर देश की धार्मिक नगरी काशी के उद्यमियों व कारोबारियों ने इस बजट को संतुलित बताया। वित्तमंत्री द्वारा एमएसएमई सेक्टर में 12 इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की घोषणा का सभी उद्यमियों ने वेलकम किया। कहा कि वित्तमंत्री ने एमएसएमई सेक्टर को बूस्टर डोज दिया। इससे एमएसएमई सेक्टर ग्रोथ करेगा और नई इकाइयां डेवलप होंगी। इस बजट ने किसानों एवं बेरोजगारों के लिए भी खजाना खोल दिया है। इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित केन्द्रीय बजट की परिचर्चा में सभी ने खुलकर अपनी बात कही। किसी ने विकसित भारत बनाने वाला बजट बताया तो किसी ने जताई निराशा।

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45 परसेंट जॉब एमएसएमई सेक्टर से

एमएसएमई का देश की जीडीपी में 30 प्रतिशत योगदान है। 45 प्रतिशत से अधिक रोजगार इसी सेक्टर से लोगों को मिलता है। केन्द्रीय बजट विकसित भारत के मिशन को ध्यान में रख कर बनाया गया है। सभी सेक्टर को कुछ ने कुछ देने का प्रयास केन्द्रीय वित्त मंत्री ने किया है। उद्यमी कभी निराश नहीं होता है। बल्कि चुनौतियों का स्वागत करता है।

आरके चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आईआईए

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लॉग टर्म को ध्यान में रखकर बनाया बजट

लंबे समय में बजट का प्रभाव दिखता है। विकसित भारत को ध्यान में रख कर बजट बनाया गया है, जिसमें रेवेन्यू के नये स्त्रोत को जनरेट करने पर भी ध्यान दिया गया है। बजट अच्छा है और लोगों को टैक्स में भी छूट दी गई है। विकासपरख होने के साथ ही भविष्य के भारत को ध्यान में रखा कर बजट बनाया गया है।

सुशील कुमार सिंह, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 जीएसटी

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बजट में रिसर्च पर फोकस

बजट में एमएसएमई, रोजगार एवं रिसर्च बढ़ाने पर ध्यान दिया गया है। सरकार ने नौ बिन्दुओं पर अपनी प्राथमिकता दिखायी है, जिससे देश का तेजी से विकास होगा। इसका असर बनारस पर भी होगा। ओवरऑल बजट संतुलित है। हर वर्ग को इससे लाभ होगा।

डीएन सिंह, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 जीएसटी

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रोजगार बढ़ाने पर किया गया काम

बजट में रोजगार बढ़ाने पर काम किया गया है। इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार युवाओं को ट्रेनिंग मिलेगी। युवाओं को इंटर्नशिप देने की बात कही गयी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो बजट बहुत अच्छा है और सभी क्षेत्रों के लिए कुछ न कुछ प्रावधान दिए गए हैैं।

उमेश सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर उद्योग

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रिटेल सेक्टर वालों को मिली निराशा

केंद्रीय बजट से रिटेल सेक्टर को वालों को निराशा मिली है। इस क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया गया है। ऑनलाइन से हम लोगों का व्यापार चौपट हो रहा है। प्रतिदिन 100 रुपए व्यापार करने वाला 30 रुपया का ही बिजनेस कर पा रहा है।

प्रेम मिश्रा, अध्यक्ष महानगर उद्योग व्यापार समिति

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बजट में छोटे और मझोले कारोबारियों पर ध्यान नहीं दिया गया है। बजट गरीब, महिला, युवा, किसान को समर्पित था एमएसएमई के माध्यम से उद्यमियों के लिए सरकार ने एक अच्छी पहल की है। यह बजट आने वाले दिनों में भारत को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

- सोमनाथ विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष, महानगर उद्योग व्यापार समिति

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यह बजट किसानों, गरीबों, महिलाओं, युवाओं और मध्यम वर्ग के लोगों के कल्याण पर केंद्रित है। स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 75,000 कर दिया गया है। फैमिली पेंशन के मामले में भी पेंशन भोगियों के लिए भी डिडक्शन के आंकड़े को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया है।

अशोक जायसवाल, महामंत्री, महानगर उद्योग व्यापार समिति

बजट में वित्तमंत्री ने एमएसएमई सेक्टर में 12 इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की घोषणा की है। इसका सभी उद्यमी स्वगत करते है। नए कर्मचारियों के लिए 3000/ ईपीएफओ में अंशदान उचित है। वित्तमंत्री के बजट से एमएसएमई सेक्टर को बूस्ट मिलेगा।

नीरज पारिख, सचिव, आईआईए

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बजट में कृषि पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए धनराशि का प्रस्ताव किया गया है, जो किसान भाइयों को राहत प्रदान करेगी। साथ ही देश के अर्थव्यवस्था की रीढ़ एमएसएमई को बढ़ावा देने से उद्योगों को नवजीवन प्राप्त होगा।

राजेश सिंह, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती

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ओवरऑल लॉग टर्म का बजट है। आने वाले दिनों के लिए अच्छा बजट है। इसमें सभी वर्ग के लोगों पर वित्तमंत्री ने ध्यान दिया है। टीडीएस डिडक्शन पर भी दिया गया है। इससे उद्योग जगह में नई लोग आएंगे।

यूआर सिंह, अध्यक्ष ऑटोमोबाइल्स एसोसिएशन

एक्साइज ड्यूटी घटी, सोने-चांदी के रेट धड़ाम

वाराणसी : केंद्रीय बजट में सोने पर एक्साइज ड्यूटी 6.50 प्रतिशत कम किए जाने से मंगवार की शाम तक सोने-चांदी का भाव धड़ाम हो गया। सोने का भाव घटकर 72,000 रुपये प्रति 10 ग्राम व चांदी का मूल्य घटकर 88,150 रुपये प्रति किलो पर आ गया। इससे ग्राहकों में भी खुशी है। वहीं्र सराफा कारोबारियों ने इस बजट का स्वागत करते हुए ऐतिहासिक बताया।

सराफा कारोबारियों का कहना है कि वित्तमंत्री ने एक्साइज ड्यूटी 12.5 प्रतिशत प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर स्वर्ण व्यवसाय को राहत प्रदान की है। बताया कि एक दिन पहले सोने का भाव 75,000 रुपए प्रति 10 ग्राम व चांदी का भाव 90,400 रुपए प्रति किलो था। बजट के बाद भाव में कमी आ गई।

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एक्साइज ड्यूटी कम करना सराफा कारोबार के लिए वरदान साबित होगा। इससे स्मगङ्क्षलग पर रोक लगेगी।

गुंजन अग्रवाल, अधिष्ठाता, चेतमणि जेम्स एंड ज्वेल्स

Posted By: Inextlive