Varanasi news: बनारस पुलिस भर्ती: लास्ट डे 1.06 लाख ने छोड़ी परीक्षा
प्रत्येक पाली में पंजीकृत--33,984
प्रत्येक पाली में परीक्षा केंद्र-80 ---------------- प्रथम पाली उपस्थित- 24,029 अनुपस्थित -9,955 द्वितीय पाली उपस्थित- 24,641 अनुपस्थित -9,343वाराणसी (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती-2023 की पांच दिवसीय परीक्षा पांचवें और अंतिम दिन शनिवार को संपन्न हो गई। पांच दिनों की परीक्षा में कुल 1,06,767 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए जनपद में 80 केंद्र बनाए गए थे। 23 अगस्त, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को प्रतिदिन दो पालियों में सुबह 10 से 12 और दोपहर तीन से पांच बजे तक 33984--33984 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इस प्रकार प्रतिदिन कुल 67968 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। पुलिस कंट्रोल रूम से मिली रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा में पांच दिनों तक 10 पालियों में 339840 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इसमें से 2,34,073 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। इस परीक्षा में पांचों दिन की औसत उपस्थिति 68.87 प्रतिशत रही। वहीं 31.41 प्रतिशत ने परीक्षा छोड़ दी। साथ ही अंतिम दिन शनिवार को दो पालियों में 48,670 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी जो 71.60 प्रतिशत रही। अंतिम दिन 19,298 ने परीक्षा छोड़ दी। यह अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी अधिक थी। परीक्षा में पहले दिन की उपस्थित 65 प्रतिशत थी। दूसरे दिन 67.63 प्रतिशत, तीसरे दिन 68.55 और चौथे दिन 70 प्रतिशत रही। इस प्रकार देखा जाए तो जनपद में प्रतिदिन उपस्थिति बढ़ती गई।
अंतिम दिन, अंतिम पाली तक चौकसी परीक्षा के अंतिम दिन की अंतिम पाली तक प्रशासन-पुलिस पूरी तरह से चौकन्ना रहा। किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती गई। स्वयं पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस राजङ्क्षलगम पूरा मोर्चा संभाले रहे। वे परीक्षा केंद्रों पर पहुंच कर स्टेटिक व सेक्टर मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट लेते रहे। परीक्षा में पूर्व की भांंति तीन स्तर पर अभ्यर्थियों की चेङ्क्षकग की गई। किसी को तर्क शक्ति तो किसी को गणित ने उलझाया परीक्षा की व्यवस्था से की गई कड़ाई, शुचिता से अभ्यर्थी जहां संतुष्ट दिखे वहीं प्रश्नपत्र को संतुलित बताया। यह जरूर था कि किसी को तर्क शक्ति तो किसी को गणित ने उलझाया। वैसे गणित के प्रश्न हाईस्कूल स्तर के थे। जिसने भी गंभीरता से पढ़ा होगा उसे कोई दिक्कत नहीं हुआ। प्रतिदिन सामान्य ज्ञान में पुस्तकों के लेखक, इंटरनेट मीडिया के टर्म, केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाएं, मानवाधिकार, भारत की विदेश नीति आदि से संबंधित प्रश्न जरूर पूछे गए। आधी रही परीक्षार्थियों की भीड़, ट्रेनों में इत्मीनान से की सवारीअंत भला तो सब भला के ²ष्टिगत रेलवे स्टेशनों पर पुलिस भर्ती परीक्षा के ²ष्टिगत अंतिम दिन सुरक्षा की दोगुनी तैयारी थी लेकिन परीक्षा का अंतिम दिन होने के कारण एकतरफा ट्रैफिक होने से कैंट, बनारस और वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन पर परीक्षार्थियों का दबाव कम था। अगले दिन की परीक्षा के लिए आने वाले अथ्यर्थी नहीं थे। ट्रेनों में सवार होने और उतरने के लिए मारामारी की नौबत नहीं होने से सुरक्षाकर्मियों को भी पसीना नहीं बहाना पड़ा। कैंट रेलवे स्टेशन के स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि उनके स्टेशन से पांच परीक्षा स्पेशल चलाने के साथ ही रोजाना की ट्रेनों को परीक्षा छूटने के समय को ध्यान में रखकर पुनर्निधारित कर चलाया गया। बनारस रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि अप और डाउन में 17 ट्रेनें चलाईं गईं।
कड़े सुरक्षा प्रबंध में भेजे गए प्रश्नपत्र : डीआइजी अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था चिनप्पा शिवङ्क्षसपि ने बताया कि परीक्षा के प्रश्नपत्र कड़े सुरक्षा प्रबंध के बीच ले जाए गए। कोषागार से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मी ले गए, तो परीक्षा केंद्र पर भी जिम्मेदार सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में प्रश्नपत्र प्राप्त किए। मेरे अलावा सभी जोन के डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) परीक्षा केंद्रों पर भ्रमणशील रहे।