Varanasi news: बीए में मनपसंद विषय न मिलने पर अभ्यर्थियों में रोष
वाराणसी (ब्यूरो)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में दाखिले की काउंसिङ्क्षलग जारी है। इस क्रम में सोमवार को सात पाठ्यक्रमों (बीए, बीएससी (बायो व मैथ), बीए-एलएलबी तथा बीएफए (अप्लार्ड आर्ट व पेङ्क्षटग) के 516 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। 262 अभ्यर्थियों ने काउंसङ्क्षलग छोड़ दी। 251 अभ्यर्थी ही काउंसङ्क्षलग में शामिल हुए। वहीं बीए में मनपसंद विषय न मिलने पर अभ्यर्थियों में रोष भी दिखा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीए अभ्यर्थियों को 18 विषयों में से कोई दो विषय चयन करना है। इसमें इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, भूगोल, ङ्क्षहदी, समाज कार्य, पत्रकारिता, संस्कृत, दर्शन, मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, एजुकेशन, रशियन, सांख्यिकी, मैथ विषय शामिल है। ज्यादातर अभ्यर्थी इतिहास, भूगोल अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान विषय का चयन कर रहे थे। इसे देखते हुए काउंसिङ्क्षलग में अभ्यर्थियों को इतिहास के साथ अंग्रेजी विषय चुनने का दबाव दिया जा रहा है। आकांक्षा तिवारी व सजल पांडेय ने आरोप लगाया कि काउंसिङ्क्षलग में अभ्यर्थियों को विषय का विकल्प चयन करने की स्वतंत्रता नहीं दी जा रही है। अन्य विषय में सीट फुल होने की बात करते हुए इतिहास के साथ अंग्रेजी लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है। प्रवेश समन्वयक प्रो। संजय ने बताया कि कई विषयों में सीटें फुल होने के कारण अभ्यर्थियों को विकल्प के तौर पर दूसरा विषय चयन करने की अपील की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीकाम, बीसीए, बीए (आनर्स) मासकाम., बीम्यूज, बीएफए, बीएससी (कृषि) व डिप्लोमा इन कर्मकांड) की द्वितीय काउंसिङ्क्षलग 15 अक्टूबर को होगी।