नई दिल्ली से 18 जून को वाराणसी आने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में अचानक कूलिंग बंद होने से यात्री बेचैन होने लगे. पैसेंजर आशीष कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर एसी खराब होने की शिकायत की. इसी तरह 15 जून को कैंट स्टेशन से बेगमपुरा ट्रेन खुलते ही एसी बंद हो गई. बार-बार कहने के बाद भी अटेंडेंट और रनिंग स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया तो पैसेंजर शायरा ने एक्स पर इसकी शिकायत रेलवे बोर्ड और अधिकारियों से की. भीषण गर्मी में कैंट और बनारस रेलवे स्टेशन से रोजाना दौडऩे वाली एक्सप्रेस राजधानी और वंदेभारत ट्रेनों के एसी फेल हो रहे हैं

वाराणसी (ब्यूरो)। नई दिल्ली से 18 जून को वाराणसी आने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस में अचानक कूलिंग बंद होने से यात्री बेचैन होने लगे। पैसेंजर आशीष कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर एसी खराब होने की शिकायत की। इसी तरह 15 जून को कैंट स्टेशन से बेगमपुरा ट्रेन खुलते ही एसी बंद हो गई। बार-बार कहने के बाद भी अटेंडेंट और रनिंग स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया तो पैसेंजर शायरा ने एक्स पर इसकी शिकायत रेलवे बोर्ड और अधिकारियों से की। भीषण गर्मी में कैंट और बनारस रेलवे स्टेशन से रोजाना दौडऩे वाली एक्सप्रेस, राजधानी और वंदेभारत ट्रेनों के एसी फेल हो रहे हैं। अभी तक एक्सप्रेस ट्रेनों के एसी फेल होने की शिकायतें आ रही थीं, अब तो वीआईपी ट्रेन वंदेभारत और राजधानी में भी यात्रियों को स्लीपर कोच जैसी फिलिंग हो रही है। कंट्रोल रूम, रेल मदद, एक्स पर रोजाना ट्रेनों में एसी फेन होने की शिकायतें आ रही हैं, जिसमें 21 मई से 20 जून तक 135 शिकायतें सिर्फ एसी से संबंधित हैं।

बेगमपुरा का एसी अक्सर फेल

कैंट और बनारस रेलवे स्टेशन से रोजाना 160 से अधिक जोड़ी ट्रेनें दौड़ रही हैं, जिसमें एक्सप्रेस, राजधानी और वंदेभारत एक्स। भी शामिल हैं। कंट्रोल रूम, रेल मदद, एक्स पर सबसे ज्यादा एसी फेल होने की शिकायत बेगमपुरा एक्सप्रेस की आ रही हैं। लगभग हर दिन कैंट से जम्मू तक जाने वाली बेगमपुरा ट्रेन के एसी कोच में गड़बड़ी की समस्या आ रही हैं। एसी काम नहीं करने से बेचैनी, घबराहट से यात्री परेशान हैं। आए दिन वह चेन पुलिंग कर विरोध प्रदर्शन व हंगामा कर रहे हैं। इसके अलावा लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी, शिवगंगा एक्सप्रेस, वंदेभारत, डिब्रूगढ़ राजधानी, महाकाल, शटल और पवन एक्सप्रेस के भी एसी कोच का यही हाल है। भीषण गर्मी में ट्रेनों का सफर भी मुश्किल भरा हो गया है। यात्री हाथ वाला पंखा और अन्य जुगाड़ के सहारे यात्रा करने को मजबूर हैं। यात्रियों का कहना है कि वह किराया तो एसी का दे रहे हैं, लेकिन फिलिंग स्लीपर कोच की है।

एक्स पर पैसेंजर्स की कंप्लेन

-20506 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस के बी-13 में एसी नहीं चलने से यात्री परेशान रहे। डॉ। संजय अग्रवाल ने एक्स पर शिकायत दर्ज कराई कि दिल्ली से ही एसी काम नहीं कर रहा है। ट्रेन के कैंट स्टेशन पहुंचने पर कर्मियों ने अटेंड किया।

- 20415 महाकाल एक्सप्रेस के बी-1 कोच में एसी काम नहीं करने से यात्रियों ने नाराजगी जताई। वाराणसी कैंट से इंदौर की यात्रा करने वाले यात्री मोहित गुप्ता ने एक्स पर शिकायत दर्ज कराई कि ट्रेन स्टेशन से खुली उसके बाद से ही एसी काम नहीं कर रहा था। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई।

-15159 सारनाथ एक्सप्रेस के बी-8 में सफर करने वाले यात्री साकेत पांडेय ने रेल मदद पर शिकायत की कि एसी तीन घंटे से काम नहीं कर रहा है।

-22540 आनंद विहार-मऊ सुपर फास्ट एक्सप्रेस के ए-2 में सफर कर रहे पैसेंजर मुद्दसिर ने पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी कंट्रोल रूम में फोन पर शिकायत की कि कि एसी बंद है। कोच अटेंडेंट से चार बार शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

-22416 वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी आ रही थी। यात्री आशीष कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर एसी खराब होने की शिकायत की। दोपहर तीन से चार बजे तक सी-11 कोच की एसी काम नहीं कर रहा था।

समर स्पेशल ट्रेनें सबसे ज्यादा बदहाल

ट्रेनों में एसी फेल होने की घटना होने पर उसके साथ पीछे चलने वाली ट्रेनों की चाल भी प्रभावित होती है। ट्रेन प्लेटफॉर्म पर एक से दो घंटे तक खड़ी रहने पर कई ट्रेनों के निर्धारित प्लेटफॉर्म भी बदल जाते हैं। बड़ी संख्या में रेल यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ट्रैवल्स ऑपरेटर के अनुसार सबसे अधिक परेशानी स्पेशल ट्रेनों की है। यह ट्रेनें समय पर चलती नहीं और कोच में एसी, पंखा और पानी तक की किल्लत होती है। ये ट्रेनें 10 से 12 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। लंबी दूरी की स्पेशल ट्रेनें सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

क्लेम करने पर किराया वापस मिलेगा

यात्रियों के लिए ट्रेनों में इतनी सुविधाएं मिलती हैं, जिसके बारे में कई यात्री जानते भी नहीं है। उनमें से एक है यदि आप एसी कोच में सफर करते हैं और एसी खराब हो जाए तो आपको किराया वापस करने का नियम है। इसके लिए यात्रियों को क्लेम फार्म भरना होता है। यदि ई-टिकट बुक कराई है तो आईआरसीटीसी के जरिए टीडीआर भरना होगा। टीडीआर के आधार पर आईआरसीटीसी रेलवे के दावा अनुभाग से रिपोर्ट मांगेगा। यात्री को ध्यान रखना होगा कि रेलवे मूल प्रमाण पत्र (जीसी/ईएफटी) प्राप्त करने के बाद ही टीडीआर के माध्यम से आपको पैसा वापस करेगा। दावा आईआरसीटीसी की ओर से संबंधित क्षेत्रीय रेलवे को भेज दिया जाएगा। राशि यात्री के उसी खाते में जमा की जाएगी जिसके जरिए ऑनलाइन टिकट बुक कराई थी।

12 जून को बेगमपुरा एक्सप्रेस से जम्मू जा रहा था। जब कैंट पर ही ट्रेन खड़ी थी, तभी कूलिंग कम थी। जौनपुर पहुंचते ही बेचैनी होने लगी। कई पैसेंजर ने शिकायत की तो लखनऊ में ठीक किया गया।

-नरेंद्र केशरी, पैसेंजर

बुधवार को लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी के एसी कोच में सफर कर रहा था। अच्छी कूलिंग नहीं मिल रही थी। कई बार शिकायत की गई। सिर्फ एक ही जवाब मिल रहा था कि टेक्निकल स्टाफ को बोला गया है। ठीक हो जाएगा।

-दीपक बहल, पैसेंजर

भीषण गर्मी में कूलिंग पर थोड़ा असर पड़ता है। तकनीकी गड़बड़ी की शिकायत पर तत्काल ठीक कराया जाता है। समय-समय लगभग सभी ट्रेनों के एसी कोच के मेंटेनेंस पर भी ध्यान रखा जाता है।

-गौरव दीक्षित, स्टेशन डायरेक्टर

Posted By: Inextlive