बनारस में बिजली संकट बेलगाम है. यह हम नहीं कह रहे. बल्कि यहइ पीड़ा कंट्रोल रूम में आने वाली कंप्लेन बयां कर रही हैं. बार-बार बिजली कटौती से लोगों की नींदहराम है. हालात यह हैं कि रात जागते तो दिन में पंखा डुलाते हुए बीत रहा है. कटौती इतनी जबरदस्त हो रही है कि कई मोहल्लों में 14 से 15 घंटे तक बिजली गुल है तो कई एरिया में तो तीन दिन से लाइट नहीं है. आजिज पब्लिक कंप्लेन करते-करते थक गई है

वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में बिजली संकट बेलगाम है। यह हम नहीं कह रहे। बल्कि यहइ पीड़ा कंट्रोल रूम में आने वाली कंप्लेन बयां कर रही हैं। बार-बार बिजली कटौती से लोगों की नींदहराम है। हालात यह हैं कि रात जागते तो दिन में पंखा डुलाते हुए बीत रहा है। कटौती इतनी जबरदस्त हो रही है कि कई मोहल्लों में 14 से 15 घंटे तक बिजली गुल है तो कई एरिया में तो तीन दिन से लाइट नहीं है। आजिज पब्लिक कंप्लेन करते-करते थक गई है, लेकिन बिजली की समस्या दूर नहीं हुई। बिजली विभाग के नंबर 1912 पर प्रतिदिन 500 कंप्लेन आ रही हैं।

सारनाथ में तीन दिन से बिजली नहीं

भारी बारिश के बाद शहर में बिजली के तार टूट जाने से कई क्षेत्रों में बिजली का संकट गहरा गया है। सारनाथ घरहुपुर सिंहपुर वार्ड नं। 44 में पिछले चार दिनों से लाइट नहीं है। इसकी शिकायत वहां रहने वाले संजय भारद्वाज ने बिजली विभाग में की है। भारी बारिश के चलते वहां पर बिजली का खंभा गिर पड़ा है। शिकायत करने के बाद चार दिन बीत गए, लेकिन बिजली कनेक्शन को अब तक नहीं जोड़ा गया है।

पहडिय़ा, पांडेयपुर में कटौती जारी

शहर में दर्जनों ऐसे एरिया हैं जहां कटौती बेतहाशा हो रही है। सारनाथ, पहडिय़ा, पांडेयपुर, लहरतारा, सुंदरपुर, हुकुलगंज, प्रहलादघाट, कोनिया, कबीरचौरा, पिपलानी कटरा, जगतगंज समेत कई एरिया में 5 से 6 घंटे की कटौती हो रही है। कहीं बिजली का तार टूटकर गिर गया है तो कहीं खंभा गिरने के कारण बिजली काट दी गई है। ट्रांसफार्मर भी कई एरिया में जल गया है। इसका खामियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है।

हर एरिया से कंप्लेन

बिजली कटौती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1912 नंबर पर प्रतिदिन 500 कंप्लेन आ रही हैं। यह कंप्लेन हर एरिया से आ रहे हैं। 8 जुलाई को 810 कंप्लेन और 9 जुलाई को 850 के करीब कंप्लेन 1912 पर आई थीं। कम्प्लेन इतना अधिक बढ़ गई हैं कि बिजली कर्मचारी ठीक करने में असमर्थ हैं। जुलाई माह में अब तक 6500 से अधिक कम्प्लेन आ चुकी हैं। ट्रिपिंग और लो वोल्टेज से भी लोग परेशान हंै।

मेंटेनेंस के नाम पर 5 करोड़ खर्च

बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो बिजली मेंटेनेंस के नाम पर अब तक पांच करोड़ से अधिक रुपए कई मदों में खर्च कर दिया गया है, लेकिन शहर से बिजली कटौती की समस्या दूर नहीं हुई। भीषण गर्मी के चलते कई एरिया में ट्रांसफार्मर उड़ गया तो कई मोहल्लों में लोड बढ़ाने के लिए पैरेलल ट्रांसफार्मर लगाया गया। इसके बाद भी बिजली की समस्या दूर नहीं हुई।

एसडीओ ऑफिस में धरना, तब आई बिजली फोटो है

नई बस्ती पांडेयपुर क्षेत्र में गुरुवार रात लगभग 10 बजे ट्रांसफार्मर पर आकाशीय बिजली गिर गई थी। इससे एक फेस की लाइट ही गायब हो गई। इसकी शिकायत लोगों ने उसी रात की, लेकिन शुक्रवार तक यह समस्या दूर नहीं की गई। मजबूरी में उस क्षेत्रों के कुछ लोग शनिवार को संबंधित एसडीओ कार्यालय में धरने पर बैठ गए। तब जाकर लगभग 37 घंटे बाद रात आठ बजे मोबाइल ट्रांसफार्मर लगाकर आपूर्ति सामान्य की गई।

कमजोर तार पर बिजली आपूर्ति

बिजली के तारों के मेंटेनेंस के नाम पर तारों का जाल सहीं नहीं बिछाने से हल्की सी आंधी में तार टूट जा रहे हैं। बिजली विभाग अगर मजबूत तार लगाए होते तो आंधी और बारिश के समय तार नहीं टूटते। कमजोर तार लगाने का खामियाजा भी बिजली विभाग के कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। बारिश के बाद दिन और रात तार जोडऩे में ही जुटे हैं।

फैक्ट एंड फीगर

500 कंप्लेन प्रतिदिन आ रहीं 1912 पर

6500 कंप्लेन जुलाई में अब तक दर्ज हुईं

05 करोड़ खर्च के बाद बिजली कटौती

बिजली कर्मचारी दिन-रात एक कर टूटे हुए तारों को जोडऩे में लगे हंै। कई जगह तो तार टूटकर पेड़ पर ही अटक गया है। पेड़ को काटने के बाद ही तार को जोड़ा जा रहा है। इसलिए समय लग रहा है।

अरविंद सिंघल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग

सारनाथ के घुरहुपुर सिंहपुर वार्ड नं। 44 में पिछले चार दिनों से बिजली नहीं है। खंभा गिर गया है। इसकी शिकायत की है लेकिन अभी तक खंभा को ठीक नहीं किया गया है। लोग अंधेरे में हैं।

संजय भारद्वाज, घुरहुपुर

बिजली विभाग वाले इतना अधिक बिल भेज रहे हैं कि हर आदमी परेशान है। बिल करेक्शन के लिए कहा गया है लेकिन आज तक बिल को सही नहीं किया गया।

कंचन अग्रहरी, हुकुलगंज

बिजली की कटौती से हर कोई परेशान है। ट्रिपिंग और कम वोल्टेज से काफी नुकसान हो रहा है। कम्प्लेन करने के बाद भी समस्या दूर नहीं हुई।

ओंकार सिंह बघेल, सुंदरपुर

Posted By: Inextlive