Varanasi news: 'नीट परीक्षा रद्दÓ करो हैशटैग कर रहा ट्रेंड, सोशल मीडिया पर फूटा स्टूडेंट का गुस्सा
वाराणसी (ब्यूरो)। एक, दो या तीन नहीं- पूरे 67. यहां हम बात किसी समारोह में आए हुए गेस्ट की नहीं बल्कि 2024 नीट-यूजी की परीक्षा में परफेक्ट नंबर के साथ टॉप करने वाले अभ्यर्थियों की कर रहे हैं। इतना ही नहीं, इनमें से 44 तो टॉपर इसलिए बने क्योंकि उनको गलत जवाब देने पर ग्रेस माक्र्स मिले हैं। अब इस रिजल्ट के सामने आने के बाद मेडिकल की तैयारी करने वाले बनारस के छात्रों में भी रोष है। उनके साथ-साथ इस एंट्रेंस टेस्ट में कथित घोटाले के आरोप भी लग रहे हैैं। शुक्रवार को एक्स समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'नीट परीक्षा रद्दÓ करो हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बवालसोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। वे नीट रिजल्ट पर गुस्सा जता रहे हैं और अपने पोस्ट में एनटीए को टैग कर रहे हैं। दरअसल, लोगों का कहना है कि इस बार की नीट यूजी परीक्षा में कई गड़बडिय़ां हुई हैं, जिस कारण एक्स पर 'नीट परीक्षा रद्द करोÓ हैशटैग की बाढ़ आ गई है। एक यूजर ने लिखा, 67 छात्रों को मिली रैंक-1 और हजारों को हासिल हुई चिंता और अवसाद। कई छात्रों को तो आत्महत्या करनी पड़ी। किसी ने लिखा, नीट पेपर लीक के कारण युवा हताश हैं और सभी चुप हैं। वहीं कई यूजर्स ने कहा कि नीट की गड़बडिय़ों पर आम जनता का ध्यान न जाए, इसलिए रिजल्ट की घोषणा लोकसभा चुनाव के दिन हुई।
13 लाख छात्र हुए सफल नीट यूजी परीक्षा 2024 में इस वर्ष करीब 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। इनमें से करीब 13 लाख छात्र पास हुए। वहीं इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ 67 छात्रों को रैैंक 1 हासिल हुई। वहीं एक ही सेंटर से 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर हासिल हुए. मेडिकल कॉलेज में मिलता दाखिला एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है। इसलिए छात्र इस परीक्षा में अव्वल होने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। तीन दिन पहले यानी कि 4 जून को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया। नतीजों के सामने आने के बाद से कई छात्र काफी नाराज दिख रहे हैं। दरअसल एक ही सेंटर से कई टॉपर निकलने पर सवाल उठने लगे है. वर्जन हम जैसे स्टूडेंट के साथ गलत हुआ है। मेहनत करके हम पीछे रह जाते हैं। इस बार की नीट परीक्षा रद्द होनी चाहिए.प्रियांशु शर्मा, नीट स्टूडेंट
8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर हासिल होना नामुमकिन जैसा है। उन स्टूडेंट का क्या जिन्होंने पूरे साल मेहनत की थी. अनुराग पाल, नीट स्टूडेंट नीट के एग्जाम में इस बार गड़बड़ी हुई है। कई छात्रों को तो आत्महत्या करनी पड़ी है। चुनाव के समय रिजल्ट घोषित किया गया। इस पर जांच होनी चाहिए. रवि प्रताप सिंह, डॉयरेक्टर, इवोल्व करियर इंस्टीट्यूट नीट रिजल्ट की जांच बैठनी चाहिए। ये उन स्टूडेंट के साथ गलत हुआ है जो पास होने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की घटनाएं गंभीर समस्या का विषय है. सौरभ मौर्या, डॉयरेक्टर, रैैंकर