भदोही अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में आयातकों के प्रतिभाग करने के लिए वहां के दूतावास के जरिए संपर्क किया जा रहा है. अभी तक 65 देशों के 1200 कालीन आयातकों को वहां के दूतावास के जरिए आमंत्रण पत्र भेजा गया है. फिलहाल फेयर में 300 आयातकों के आने की संभावना बन गई है इससे अधिक आएं इसके लिए प्रयास जारी है

वाराणसी (ब्यूरो)। भदोही अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में आयातकों के प्रतिभाग करने के लिए वहां के दूतावास के जरिए संपर्क किया जा रहा है। अभी तक 65 देशों के 1200 कालीन आयातकों को वहां के दूतावास के जरिए आमंत्रण पत्र भेजा गया है। फिलहाल फेयर में 300 आयातकों के आने की संभावना बन गई है, इससे अधिक आएं इसके लिए प्रयास जारी है। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के अंतरिम चेयरमैन कुलदीप राजवाटल ने शनिवार को कारपेट एक्सपो मार्ट में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बातें कहीं। कहा भदोही में 15 अक्टूबर से आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले में व्यवसाय के प्रति गंभीर आयातकों को बुलाने का प्रयास किया जा रहा है। सैर सपाटा व घूमने की मंशा से आने वाले आयातकों को इस बार नहीं बुलाया जाएगा। मेले से अधिक से अधिक व्यापार का सृजन हो सके यह सुनिश्चित किया जा रहा है।

कहा इस समय विश्व पटल पर उथल-पुथल का वातावरण है। इसका प्रभाव तो थोड़ा बहुत पड़ता है लेकिन जहां लंबे समय से अनिश्चितता के हालात हैं वहां व्यापार के प्रति लोगों में अधिक रुचि है। भरोसा दिलाया कि युद्ध से प्रभावित देश आयातक भी मेले में आएंगे। चेयरमैन ने कहा कि इस बार के मेले में स्वचालित सीढ़ी का लगना मुश्किल है लेकिन जो कमियां हैं उसे फेयर से पूर्व दुरुस्त कर लिया जाएगा। सीईपीसी का प्रयास है कि छोटे व मझोले कालीन निर्यातकों को अधिक से अधिक स्टाल उपलब्ध कराया जाए। इस बार भी कालीन उद्योग के छोटे व मझोले निर्यातकों को इस मेले में स्टाल दे रहे हैं। परिषद के वासिफ अंसारी, अनिल सिंह, असलम महबूब, इम्तियाज अंसारी, संजय गुप्ता, जफर हुसैनी जाफर आदि थे।

Posted By: Inextlive