बीएचयू में स्नातक और परास्नातक का दाखिला पूरा हो चुका है लेकिन चिकित्सा विज्ञान संस्थान में एमडी डाक्टर आफ मेडिसिन और एमएस मास्टर आफ सर्जरी की करीब 188 सीटों को भरने के लिए कोई प्रयास शुरू नहीं किया जा सका है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन चिकित्सा परामर्श समिति की तरफ से कार्यवाई लंबित है

वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू में स्नातक और परास्नातक का दाखिला पूरा हो चुका है, लेकिन चिकित्सा विज्ञान संस्थान में एमडी (डाक्टर आफ मेडिसिन) और एमएस (मास्टर आफ सर्जरी) की करीब 188 सीटों को भरने के लिए कोई प्रयास शुरू नहीं किया जा सका है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन चिकित्सा परामर्श समिति की तरफ से कार्यवाई लंबित है, इससे जुड़े अभ्यर्थी असमंजस की स्थिति में हैं। हालांकि विवि के चिकित्सा विज्ञान संस्थान की तरफ से एमबीबीएस (बैचलर आफ मेडिसिन एंड बैचलर आफ सर्जरी) की कुल सौ में 98 सीट जबकि बीडीएस (बैचलर आफ डेंटल सर्जरी) की 63 में 35 सीटों पर प्रवेश हो चुका है। कक्षाएं भी शुरू हो ई हैं, बाकी सीटों को भरने का प्रयास किए जा रहे हैं।

एमडी-एमएस तीन वर्षीय डिग्री है। इसे अभ्यर्थी एमबीबीएस के बाद करते हैं। अभ्यर्थी एमएस चार विषय पर करते हैं, इसमें जनरल सर्जरी, नाक, कान व गला, नेत्र व हड्डी रोग शामिल है जबकि बाकी विषय में एमडी की डिग्री मिलती है। राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड रिजल्ट जारी करता है। नेशनल टेङ्क्षस्टग एजेंसी की तरफ से परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इसका परिणाम अगस्त में जारी किया गया था। आइएमएस निदेशक प्रो। एसएन संखवार ने बताया कि एमबीबीएस और बीडीएस के नवप्रवेशित छात्रों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम चल रहा है। समय पर पाठ्यक्रम पूरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

Posted By: Inextlive