बार कोड से मिलेगी असली-नकली पास की जानकारी
ट्रैफिक पुलिस की पहल:
अब सामान ढोने वाले वाहनों के पास में होगा बार कोड -फर्जी तरीके से पास बनवाकर चलने वाले होंगे पुलिस की रडार पर वाराणसी। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है। इसमें एक बड़ा कदम फर्जी पास लगाकर गाडि़यों के बेधड़क आने-जाने को रोकना है। ट्रैफिक पुलिस ने आवश्यक वस्तुओं को आने-जाने के लिए जारी पास में बार कोड का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। वहीं ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को स्कैनर दिया जा रहा है। स्कैनर को बार कोड में लगाते ही सही या फर्जी पास की पहचान हो जाएगी। इससे फर्जी पास की गाडि़यों के आने-जाने पर रोक लग सकेगी। वहीं शहर का ट्रैफिक कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी। ये प्रयोग अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक विकास कुमार ने शुरू किया है। -- पास में बार कोड व्यवस्था लागूट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को वाहनों के पास जारी किए। इन पास में बार कोड सिस्टम भी लागू है। इससे एक स्कैन में गाड़ी की पूरी डिटेल आ जाएगी, वहीं फर्जी वाहन पास पकड़ में आएंगे।
-- इन गाडि़यों को जारी किए गए पास - आवश्यक वस्तुओं के माल वाहक - शहरी विकास परियोजना से जुड़े वाहन --ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किए जाने वाले पास में अलग-अलग बार कोड अंकित हैं और वह ऑनलाइन हैं। इससे कोई भी ट्रैफिक पुलिस या कमिश्नरेट पुलिस वाहनों के आने-जाने का समय, वाहन की डिटेल जैसे वाहन संख्या, पास की अवधि, एंट्री का समय व रूट को बार कोड की मदद से चेक किया जा सकता है।
-- बार कोड लागू होने से मिलेगा यह लाभ- - बार कोड लागू होने से ट्रैफिक-कमिश्नरेट पुलिसकर्मी रास्ते में किसी वाहन पर चिपके पास डिटेल से फर्जी पास के साथ ही शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों की पहचान करके कार्रवाई कर सकेंगे। - वाहन के पास की ऑनलाइन प्रक्रिया से पारदर्शिता आएगी। इसके अलावा लोगों का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा। -इस तकनीकी के उपाय से पुलिस पर लगने वाले प्रश्न चिंह पर विराम लगेगा। -इससे गलत काम करने वालों के अंदर पुलिस का भय बना रहेगा। -इस प्रक्रिया से निर्गत सभी वाहन पासों का एक डाटा बेस तैयार हो जाएगा, जिससे ट्रैफिक पुलिस का यह निर्णय लेने में आसानी होगी कि और पास निर्गत किए जाएं या नहीं। -शहर में यातायात के दबाव की भी मिल सकेगी ट्रैफिक पुलिस को जानकारी ट्रैफिक आफिस में बनेगा पास-वैसे तो आम तौर पर पास ट्रैफिक पुलिस जारी करती है। लेकिन अब पुलिस अपने बारकोड सिस्टम के तहत भारी वाहनों के पास जारी करने की प्रक्रिया में है। अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक ने बताया कि यह पास ट्रैफिक ऑफिस से ही जारी हो जाएगा।
-- कोविड पास नहीं भारी वाहनों के लिए है यह नियम- ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी होने वाले बारकोड युक्त पास पास के बारे में बताते हुए अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक विकास कुमार ने बताया कि यह पास कोविड के नियमों के तहत नहीं है। शहर में भारी वाहनों की एंट्री के लिए जो पास बनाए जाते हैं, उसी में यह बदलाव किया गया है। जिससे कोई भी भारी वाहन चालक पुलिस की आंख में धूल ना झोंक पाए। -- कोट- भारी वाहनों के पास पूर्व में जो जारी हुआ करते थे, उसमें फर्जीवाड़ा भी प्रकाश में आया करता था। उस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब कमिश्नरेट वाराणसी में बारकोड सिस्टम पास लागू किया गया है। इससे हर रोज शहर में कितने वाहन आ रहे हैं और कब आ रहे हैं उसकी पूरी डिटेल स्कैन करते ही सामने आ जाएगी। इसके अलावा शहर में ट्रैफिक को कंट्रोल करने में भी सहायता मिलेगी। विकास कुमार अपर पुलिस उपायुक्त, ट्रैफिक कमिश्नरेट, वाराणसी