वरुणापार में आने वाले हैं 'अच्छे दिन'
-इलाके के 16 वाडरें में 151 करोड़ से बिछायी जाएगी सीवर लाइन
-नगर निगम ने कार्ययोजना के लिए शासन को भेजा प्रपोजल VARANASI: शहर के वरुणापार इलाके में अच्छे दिन आने वाले हैं। यदि आप भी इस एरिया में रहते हैं या आपका घर है तो ये खबर आपसे जुड़ी है। इस एरिया की सीवर और वाटर सप्लाई की बड़ी प्रॉब्लम जल्द दूर होने वाली है। जीआईएस सर्वे के बाद बेहतर सीवर लाइन और वाटर सप्लाई के लिए नगर निगम ने तैयारी कर ली है। इसके तहत जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई वरुणापार क्षेत्र के 16 वाडरें में 20 हजार घरों को पानी के लिए फ्री कनेक्शन देगी और सीवर लाइन बिछाएगी। इस पर करीब 151.32 करोड़ खर्च आएगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद शुरू होगा कामवरुणापार इलाका काफी लंबे टाइम से सीवर और वाटर सप्लाई की प्रॉब्लम से जूझ रहा है। मिनी सदन में इस मुद्दे को स्थानीय पार्षदों ने कई बार उठाया। इसके बाद जल निगम ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की मदद से इन समस्याओं का अध्ययन किया। इसके बाद एक प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुसार शासन से प्रपोजल की मंजूरी मिलने के बाद वरुणापार इलाके में काम शुरू कराया जाएगा। पहले यह प्रोजेक्ट 142 करोड़ का था। अब समय बढ़ने के साथ घर भी बढ़े हैं और लागत भी। 2011 के बाद आबाद हुए इलाकों में जो घर सीवर लाइन के कनेक्शन से छूट गए थे उनके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इन घरों का सीवर का कनेक्शन नहीं होने से सामान्य दिनों में भी जलजमाव की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
इन वाडरें में बिछेगी सीवर लाइन वरुणापार के इंद्रपुर, नारायणपुर, तरना, पहडिय़ा, रमरेपुर, सिकरौल, डिठोरी महाल, मवैया, सरसौली, दीनदयालपुर, हुकुलगंज, शिवपुर, नई बस्ती, पांडेयपुर, खजुरी और सारनाथ वार्ड में सीवर लाइन दो सौ एमएम से साढ़े चार सौ एमएम तक की बिछाई जाएगी। जहां पर जैसी जरूरत होंगी, उसी हिसाब पाइप डाली जाएगी। इसके बाद इसे मुख्य सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा, जो गोइठहां एसटीपी से कनेक्ट है। वरुणापार इलाके को लेकर नगर निगम काफी गंभीर है। जीआईएस सर्वे के बाद जरूरी चीजों पर फोकस कर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू होगा। -रामसकल यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी