बनारस अव्वल तो गाजीपुर फिसड्डी
-मुख्यमंत्री प्राथमिकता के विकास कार्यो की कमिश्नर ने की समीक्षा
-बैठक में मंडल के जिलों को दी रैकिंग -पीएम आदर्श गांव नागेपुर में पेड़ नीचे आंगनबाड़ी केंद्र चलने पर जताई नाराजगी 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ मुख्यमंत्री प्राथमिकता के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक शुक्रवार को कमिश्नरी सभागार में हुई। कमिश्नर की मौजूदगी में हुई बैठक में विकास कार्यो की रैकिंग में मंडल के बनारस जिला को अव्वल और गाजीपुर को फिसड्डी बताया गया। चन्दौली सेकेंड नंबर और जौनपुर थर्ड नंबर पर है। वहीं लोहिया गांवों के स्थलीय सत्यापन में दस प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों के संदिग्ध पाए जाने पर कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने सवाल खड़े किए। कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी। जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। लापरवाही बर्दास्त नहींमुख्यमंत्री प्राथमिकता के विकास कार्यो की शुक्रवार को कमिश्नरी में चली समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने पीएम नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श ग्राम चयनित नागेपुर में तीन आंगनबाड़ी केंद्र पेड़ के नीचे संचालित होने की जानकारी पर नाराजगी जताई। विभागीय स्तर पर इसका निरीक्षण कर व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया। बनारस के पर्वतपुर में दो माह से विद्युत ट्रांसफार्मर खराब होने, गाजीपुर के गोरारी में प्राथमिक विद्यालय से एचटी लाइन गुजरने की जानकारी पर शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कमिश्नर ने 2014-15 के लोहिया, इंदिरा आवासों के अवशेष कार्य को प्रत्येक दशा में 31 मार्च तक पूरा कराने की समय सीमा तय कर दी। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। बैठक में डीएम बनारस राजमणि यादव, जौनपुर भानुचंद्र गोस्वामी, चंदौली सुरेन्द्र विक्रम, संयुक्त विकास आयुक्त राजीव बनकटा, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या गोपाल शर्मा के अलावा अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।