Varanasi news: वीडीए ने रोका वार्डों का विकास
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी विकास प्राधिकरण ने एक दर्जन वार्डों का विकास रोक रखा है। इन वार्डों में सीवर, गलियां और पोल लग जाए तो आम पब्लिक को राहत मिलेगी। साथ ही वार्डों की दुश्वारियां भी दूर होंगी। बशर्ते वीडीए नगर निगम का 93,69,500 रुपए संपत्ति कर बकाया चुकता दे। बकाया राशि लेने के लिए नगर निगम ने वीडीए को नोटिस भेजा है।
10 साल से बकाया है संपत्ति कर
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि वीडीए पर नगर निगम पिछले दस साल से संपत्ति कर बकाया है। जीआईएस सर्वे में शहर के भवनों पर कर बकाया का मामला सामने आया। साथ ही कई गवर्नमेंट भवनों पर भी लाखों रुपए संपत्ति कर की बकाएदारी का मामला सामने आया। इनमें वीडीए भी शामिल है। वीडीए पर पिछले दस साल से संपत्ति कर का बकाया है। अब बकाया धन लेने के लिए निगम भी सक्रिय हुआ है.
वार्डों का होगा विकास
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा का कहना है कि शहर में जितने भी भवन पर कर बकाया है। अगर सभी जमा कर दें तो सौ वार्डों का विकास हो जाए। आम पब्लिक की जो समस्याएं वह दूर जाए, लेकिन लोग बकाया जमा करने में कन्नी काट रहे हैं। बकाया कर लेने के लिए नगर निगम लोगों को नोटिस भेज रहा है। साथ ही वार्र्निंग भी दी जा रही है। तब जाकर कुछ लोग संपत्ति कर जमा कर रहे हैं। कई ऐसे भी हैं, जिनको दो से तीन बार नोटिस देने के बाद भी कर जमा करने में कोताही कर रहे हैं.
सीवर, पानी की समस्या हो जाए दूर
नगर निगम के अधिकारियों का शहर का विस्तार होने के बाद 90 से 100 वार्ड हो गया है। अब इन वार्डों की समस्याओं को दूर करना नगर निगम की जिम्मेदारी है। वार्डों के विकास के लिए बजट की जरूरत पड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए वीडीए को नोटिस जारी किया गया है। वीडीए उपाध्यक्ष संपत्ति कर जमा करने के लिए कहा भी है। इतना पुराना मामला होने की वजह से बकाया धनराशि को रिवाइज करने की मांग की गयी है। जितना भी रिवाइज होकर आएगा उसे जमा किया जाएगा.
वीडीए पर 93,69,500 रुपए बकाया है। इसके लिए नोटिस जारी किया गया है। वीडीए उपाध्यक्ष ने संपत्ति कर जमा करने के लिए कहा भी है। बकाया धनराशि को रिवाइज कर फिर से भेजा जाएगा। वीडीए की तर्ज पर अन्य लोग भी बकाया गृहकर जमा कर दें तो शहर के वार्डों का काफी विकास हो जाए.
अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त
संपत्ति कर जमा करने के लिए नगर आयुक्त से बात हुई है। हमने बकाया धनराशि को रिवाइज करने को कहा है। इसके बाद जितनी भी राशि आएगी उसे जमा किया जाएगा। कब का बकाया है, इसकी भी समीक्षा की जाएगी.
पुलकित गर्ग, उपाध्यक्ष, वीडीए