अब मायके और ससुराल का कनेक्शन होगा और मजबूत
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी से अन्य शहरों के बीच टे्रन, एयर और सड़क की कनेक्टिविटी बेहतर करने पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में रानी लक्ष्मी बाई के जन्म स्थान वाराणसी से ससुराल झांसी के बीच वंदे भारत चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। सब कुछ ठीक रहा तो यह सेवा दीपावली से शुरू हो जाएगी.
लगेगा पैनिक बटन
इसी तरह बाबतपुर एयरपोर्ट से कोलकाता और हैदराबाद की फ्लाइट का शेड्यूल भी जारी हो गया है। काशी से काठमांडो तक एसी बस सेवा भी शुरू हो गई है। सिटी बसों में अब एक टिकट बनाए जा सकेंगे। महिला सुरक्षा के लिहाज से जल्द ही रोडवेज की 240 बसों में पैनिक बटन लगाने का शुरू होगा.
तैयार हुआ खाका
वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की जन्मभूमि वाराणसी और कर्मभूमि झांसी के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस चलेगी। इसका खाका रेलवे ने तैयार कर लिया है। सब कुछ ठीक रहा तो 13 नवंबर से वंदेभारत ट्रैक पर दौडऩे लगेगी। सेमी हाईस्पीड ट्रेन वाराणसी से प्रयागराज, चित्रकूट होते हुए झांसी तक जाएगी.
पीएम करेंगे रवाना
काशी से बुंदेलखंड की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाकर सेमी हाईस्पीड ट्रेन को रवाना कर सकते हैं। उत्तर मध्य रेलवे जोन की तरफ से रेलवे बोर्ड को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि रानी लक्ष्मी बाई के बचपन का नाम मणिकर्णिका था। उनका बचपन वाराणसी में बीता।
वाराणसी-झांसी के बीच चलेगी
फिर शादी झांसी में हो गई। ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए वंदेभारत का परिचालन जरूरी है। काशी से बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक दीपावाली तक आठ और वंदेभारत की सौगात मिल सकती है। इसमें एक वंदेभारत वाराणसी-झांसी के बीच चल सकती है। रेलवे बोर्ड की ओर से इस रूट पर सर्वे भी कराया जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी-झांसी के बीच वंदेभारत चलाने का खाका तैयार किया गया है। इस रूट के जरिए चित्रकूट से भी जुड़ाव होगा। भगवान राम ने वनवास के दौरान चित्रकूट में समय व्यतीत किया था.
दोपहर में चित्रकूट, शाम को झांसी
प्रस्ताव के तहत वाराणसी से वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह दस बजे खुलेगी और दोपहर डेढ़ बजे तक चित्रकूट पहुंच जाएगी। शाम लगभग साढ़े चार से पांच बजे तक झांसी पहुंच आएगी। वाराणसी-झांसी के बीच बनारस स्टेशन से बुंदेलखंड एक्सप्रेस का संचालन होता है। इस ट्रेन के जरिए यात्रियों का सफर 12 से 13 घंटे का होता है। वंदे भारत से यह दूरी साढ़े छह से सात घंटे में तय होगी.
2.10 घंटे में कोलकाता से वाराणसी
लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर से कोलकाता और हैदराबाद की फ्लाइट 29 अक्तूबर से उड़ान भरेगी। इसका शेड्यूल स्पाइसजेट ने जारी कर दिया है। टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। कोलकाता की लाइट सप्ताह में सातों दिन उड़ान भरेगी। रोजाना दोपहर 3.30 बजे कोलकाता एयरपोर्ट से उड़ान भरेगी और शाम 5.40 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेगी। यही फ्लाइट शाम 6.10 बजे वाराणसी से उड़ान भरकर 8.20 बजे कोलकाता पोर्ट की फ्लाइट सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार) उड़ान भरेगी। हर सुबह 11.10 बजे हैदराबाद उड़ेगी और दोपहर 1.10 बजे वाराणसी पहुंच जाएगी। यही लाइट दोपहर 1.55 बजे वाराणसी से उड़ान भरकर बाद 3.55 बजे एयरपोर्ट पहुंचेगी.