पार्क में प्राचीन सभ्यता का दिखेगा नजारा
-पड़ाव स्थित गन्ना शोध संस्थान में बनेगा वैदिक पार्क और संग्रहालय
-संग्रहालय में बनारस की ऐतिहासिकता से जुड़ी चीजों को सहेजा जाएगा VARANASI पड़ाव स्थित गन्ना शोध संस्थान की जमीन पर वैदिक पार्क और संग्रहालय बनेगा। तमाम खूबियों वाले वैदिक पार्क में पुरातन संस्कृति की झलक दिखेगी। पार्क में आधुनिकता और प्राचीन सभ्यता का मिला-जुला पुट होगा। जबकि संग्रहालय में एकात्म मानववाद के प्रणेता पं। दीनदयाल उपाध्याय और बनारस की ऐतिहासिकता से जुड़ी चीजों को सहेजा जाएगा। नई दिल्ली की आर्किटेक्ट कम्पनी 'आधारशिला' पार्क और संग्रहालय की डिजाइन बना रही है। वीडीए ने निर्माण कार्य का टेंडर जारी कर दिया है। जल्द निर्माण शुरू होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट पर टोटल लागत 23.5 करोड़ रुपये आएगी। आकर्षक होगी लैंडस्केपिंगगन्ना शोध संस्थान में बनने वाले वैदिक पार्क की लैंडस्केपिंग और तालाब आकर्षण का केन्द्र होगा। लैंडस्केपिंग के तहत खाली जमीन की इस तरह से डिजाइन की जाएगी, ताकि वह दिखने में आकर्षक लगे। साथ ही तालाब में लगने वाले राजस्थानी पत्थर से मनोहारी छटा दिखेगी।
पार्क में कर सकेंगे सैर-सपाटादरअसल, शहर व आसपास में नगर निगम और वीडीए के डेढ़ सौ से ज्यादा पार्क हैं, लेकिन पड़ाव के आसपास के एरिया में एक भी पार्क नहीं है। इससे यहां रहने वाले लोगों को पार्क में घूमने-फिरने की सुविधा नहीं मिल पाती है। यहां वैदिक पार्क बनने से आसपास के लोगों को सहूलियत होगी और वे सैर-सपाटे का लुत्फ उठा सकेंगे।
लगेगी पं। दीनदयाल की प्रतिमा पड़ाव चौराहे पर 63 फुट ऊंची पं। दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा लगेगी, जो आकर्षण का केन्द्र होगी। जयपुर की 'शिल्पग्राम' संस्था इसका निर्माण करा रही है। पड़ाव पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ओवरब्रिज बनाने की योजना पर भी काम कर रहा है। जिससे चौराहे पर जाम की समस्या खत्म हो सके। वैदिक पार्क में ये होगा खास - दीवारों पर प्राचीनता से जुड़े म्यूरल्स - नवग्रह पेड़-पौधे - प्राचीन स्टाइल के झूले - हेरिटेज व एलईडी लाइट्स - रंगीन पाथवे - लैंडस्केपिंग - फूलदार पौधे - स्टील बेंच - रोशनीयुक्त फौव्वारा - आरओ वाटर - पानी की टंकी वर्जन-- वैदिक पार्क और संग्रहालय के निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है। इसका निर्माण जल्द शुरू होगा। इससे पब्लिक को फैसिलिटी मिल सकेगी। राजकुमार, एक्सईएन, वीडीए